पालघर। महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री जिनेश कुमार जी ठाणा 2 के सानिध्य में आचार्य श्री महाप्रज्ञ जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशन में हैप्पी एंड हारमोनियस फैमिली सेमिनार का आयोजन तेरापंथ महिला मंडल पालघर द्वारा तेरापंथ भवन में किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम की मुख्य वक्ता अभातेमम की राष्ट्रीय अध्यक्षा कुमुद जी कच्छारा, विशिष्ट अतिथि महाराष्ट्र प्रभारी निर्मला जी चंडालिया, मुंबई तेमम की अध्यक्षा भाग्यश्री कच्छारा विशेष रूप से उपस्थित थे।
इस अवसर पर उपस्थित धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री जिनेश कुमार जी ने कहा मनुष्य सामाजिक प्राणी है और समाज में रहता है। समाज की सबसे छोटी व महत्वपूर्ण इकाई है परिवार। परिवार में स्नेहिल भावनाओं का मुख्यालय है। सत्यम शिवम सुंदरम का शीवालय हैं और मानवीय गुणों का सचिवालय है। परिवार समुह चेतना का प्रतीक है। जहा सुख दुख दोनों बाट कर भोगे जाते हैं। परिवार सामूहिक जीवन की प्रयोगशाला और भारतीय संस्कृति की पहचान है। परिवार गुरुकुल एक उद्यान के समान है। परिवार एक मौलिक सर्वव्यापी संसार है। मुनिश्री जी ने आगे कहा परिवार में कायदा नहीं व्यवस्था होती है। परिवार में सूचना नहीं समझ होती है। परिवार में कानून नहीं अनुशासन होता है। परिवार में भय नहीं भरोसा होता है। परिवार में शोषण नहीं पोषण होता है। परिवार में आग्रह नहीं आदर होता है। परिवार में संपर्क नही संबंध होता है। परिवार में अर्पण नही समर्पण होता है। परिवार में सदस्यों में सहिष्णुता, सामंजस, वाणी संयम, सदाचार, सेवा, सहयोग, संगठन से स्नेह सकारात्मक चिंतन आदि गुणों का विकास होने से हैप्पी एंड हारमोनीयस फैमिली का निर्माण होता है।
इस अवसर पर मुनिश्री परमानंद जी ने का परिवार के सदस्यों में आपसी समझ प्रेम व समन्वय होने से घर स्वर्ग जैसा बन जाता है। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता राष्ट्रीय अध्यक्षा कुमुद जी कच्छारा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा आचार्य श्री महाप्रज्ञ जन्म शताब्दी वर्ष में अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल द्वारा आचार्य श्री महाप्रज्ञजी द्वारा लिखित “हैप्पी एंड हारमोनियम” फैमिली पुस्तक पर 100 सेमिनार की संकल्पना की गई है। इसी श्रृंखला में आज पालघर में मुनिश्री जी के सानिध्य में इस सेमिनार का आयोजन किया गया है। फैमिली का सीधा सा अर्थ फादर एंड मदर आई लव यू है।सहन करो सफल बनो, रहो भीतर जिओ बाहर सुखी व संतुलित पारिवारिक जीवन के मूल्य सूत्र है। राष्ट्रीय अध्यक्ष्या ने उपस्थित जनसमुदाय को प्रायोगिक प्रशिक्षण भी प्रदान किया। महाराष्ट्र प्रभारी निर्मला जी चंडालिया ने फैमिली शब्द के अक्षर की विवेचना करते हुए अपने महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किये। मुंबई तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्षा श्रीमती भाग्यश्री कच्छारा ने सेमिनार के लिए साध्वीप्रमुखा कनक प्रभा जी द्वारा प्रदत्त संदेश का वाचन किया।
मुनिश्रीजी ने नमस्कार मंत्रोच्चार से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। मंगलाचरण पालघर तेरापंथ महिला मंडल की बहनोने महाप्रज्ञ अष्टकम से किया। अध्यक्षीय व्यक्तव्य तेमम अध्यक्ष्या संगीता बाफना ने दिया। सेमिनार पर निर्मित विशेष गीत की प्रस्तुति तेरापंथ महिला मंडल ने दी। सभा के अध्यक्ष नरेश जी राठौड़ और तेयुप अध्यक्ष हितेश सिंघवी ने सेमिनार की सफलता के लिए शुभकामनाएं प्रस्तुत की।
स्वागत दिपिका का बदामिया ने व आभार ज्ञापन तेरापंथ महिला मंडल के मंत्री विद्या बाफना ने किया। कार्यक्रम के दौरान “ॐ श्री महाप्रज्ञ गुरूवे नमः” का 11 बार सामूहिक जप किया। प्रायोगिक प्रशिक्षण के अंतर्गत संकल्प अनुप्रेक्षा व खुला मंच भी रखा गया। खुला मंच में जिज्ञासाओं का समाधान कुमुद जी कच्छारा व निर्मला जी चंडालिया किया।कार्यक्रम का संचालन मुनिश्री परमानंद जी ने किया। इस अवसर बोईसर, सफाला, मनोर, विरार आदि क्षेत्रों से अच्छी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। यह जानकारी दिनेश राठौड़ ने दी।
पालघर में “हैप्पी एंड हारमोनियस” फैमिली सेमिनार का उत्साह पूर्वक आयोजन सामूहिक जीवन की प्रयोगशाला है परिवार- मुनिश्री जिनेश कुमार जी
Leave a comment
Leave a comment