इस्लामाबाद:प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को भारत के परमाणु शस्त्रागार की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई और अंतरार्ष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया कि वह इसका संज्ञान ले। उन्होंने कहा कि इसका प्रभाव केवल क्षेत्र पर ही नहीं होगा, बल्कि पूरी दुनिया इससे प्रभावित होगी।
उन्होंने ट्वीट में कहा, “भारत पर हिंदू वर्चस्ववादी विचारधारा और नेतृत्व ने उसी तरह कब्जा कर लिया है, जिस तरह जर्मनी पर नाजियों ने किया था।” इमरान ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “हिंदू वर्चस्ववाद से न केवल भारत में, बल्कि पाकिस्तान में भी अल्पसंख्यकों को खतरा है। यह खतरा पाकिस्तान तक बढ़ गया है।”
वहीं दूसरी ओर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पीओके वाले बयान से एक बार फिर पाकिस्तान तिलमिला गया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उस टिप्पणी पर भड़ास निकाली और निंदा की जिसमें उन्होंने कहा है कि इस्लामाबाद से बातचीत केवल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के मुद्दे पर होगी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार (18 अगस्त) को हरियाणा में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान से तब तक कोई बातचीत नहीं होगी जब तक कि वह आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता और आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देना बंद नहीं करता। राजनाथ सिंह ने कहा, ”यदि बात (पाकिस्तान से) होती है तो केवल पीओके पर होगी, न कि किसी अन्य मुद्दे पर।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी ने इस पर कहा कि कश्मीर विवाद पर पाकिस्तान की स्थिति नहीं बदली है। उन्होंने कहा, ”हमने आज भारत के रक्षा मंत्री द्वारा की गईं टिप्पणियां देखी हैं। ये क्षेत्र और इससे परे शांति एवं सुरक्षा को खतरे में डालने वाली अवैध और एकतरफा कार्रवाइयों के बाद भारत की दशा को दिखाती हैं।