स्वतंत्रता का अर्थ आत्मानुशासन का विकास- मुनिश्री जिनेश कुमार
पालघर। तेरापंथ युवक परिषद पालघर के तत्वावधान में 15 अगस्त को 73 वे स्वतंत्रता दिवस पर तेरापंथ भवन के प्रांगण में ध्वजारोहण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर अच्छी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के अध्यक्ष नरेश जी राठौड़ व तेयुप अध्यक्ष हितेश सिंघवी ने ध्वजारोहण किया। ध्वजारोहण के पश्चात उपस्थित जनमोदिनी ने सामूहिक राष्ट्रगान किया। तत्पश्चात महतपस्वि आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनिश्री जिनेशकुमार जी के सान्निध्य में संक्षिप्त कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
इस अवसर पर उद्बोधन देते हुए मुनिश्री जिनेश कुमार जी ने कहा भारत के इतिहास में 15 अगस्त का विशिष्ट महत्व है। क्योंकि आज के दिन भारत अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था। जिसके परिणाम स्वरूप हम सभी आजाद भारत में स्वतंत्रता की सांस ले रहे हैं। स्वतंत्रता का अर्थ है आत्मानुशासन का विकास जहा मर्यादा व आत्मनुशासन का विकास है। वही आजादी सफल हो सकती है जहां आत्मनुशासन व मर्यादा का अभाव होता है। वह आजादी बर्बादी का कारण बन सकती है।
इस अवसर पर तेरापंथी सभा के अध्यक्ष नरेश जी राठौड़। उपासक मीठालाल जी सिंघवी, तेयुप अध्यक्ष हितेश सिंघवी, महिला मंडल से पायल बाफना, किशोर मंडल संयोजक नैतिक सिंघवी ने अपने विचार रखे। आभार ज्ञापन ज्ञानशाला प्रभारी राकेश श्रीश्रीमाल ने किया। इस अवसर पर 9 दिन की तपस्या करने वाले तपस्वी कंचन बाई व प्रकाशजी घाटावत विशेष रूप से उपस्थित थे। समाचार प्रदाता दिनेश राठौड़।