ठाणे। साध्वी श्री आणिमाश्रीजी व साध्वी श्री मंगलप्रज्ञाजी के सानिध्य में आचार्य महाप्रज्ञ की जन्म शताब्दी ज्ञान चेतना वर्ष के अंतर्गत रात्रिकालीन कार्यक्रम में ज्ञानवर्धक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। जिसमे अच्छी संख्या में भाई-बहन उत्साह के साथ भाग ले रहे है।
उत्तर बताओ-इनाम पाओ
साध्वी सुधाप्रभाजी ने छोटे-छोटे प्रश्नों के माध्यम से अनेक रोचक जानकारियां दी। बड़ी ही सरस एवं विशिष्ट शैली में पूछे गए प्रश्नों ने परिषद के भीतर आकर्षण पैदा किया। सभी श्रोताओं ने इस प्रकार के कार्यक्रम बार-बार आयोजित करने की मांग की। सभा द्वारा सभी का उत्साहवर्धन किया गया।
गाओ महाप्रज्ञ के गीत-ले लो बाजी जीत
महाप्रज्ञ गीत गायन प्रतियोगिता का आयोजन साध्वी कर्णिकाश्रीजी के निर्देशन में किया गया। मीनाक्षी श्रीश्रीमाल एवं विमल गादिया ने निर्णायक की भूमिका अदा की। संयोqजिका सिमा सांखला ने संयोजन किया। बच्चों में मास्टर पार्थ दुग्गड़ ने प्रथम, साची हिंगड़ ने द्वितीय एवं सांची श्रीश्रीमाल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। बड़ो में प्रीति अंचलीय प्रथम, मीना दुग्गड़ व निशा भटेवरा द्वितीय तथा दिव्या सांखला ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। सभी प्रतियोगियों को महिला मंडल की तरफ से पुरस्कृत किया गया।
पच्चीस-बोल प्रश्नमंच प्रतियोगिता
साध्वी सुधाप्रभाजी ने पच्चीस-बोल क्विज का बड़ा ही शानदार कार्यक्रम करवाया। आठ राउंड में विभिन्न शैली में विभिन्न विद्या में प्रश्न पूछे गए। प्रतियोगी जबरदस्त तैयारी के साथ उपस्थित थे। आठ ग्रुप बनाये गए जिसमे रेखा हिंगड़, अक्षता रांका, निर्मला बोहरा, संगीता श्रीश्रीमाल के ग्रुप ने प्रथम स्थान, पलक डांगी, भीखी देवी सेठिया, संगीता चंडालिया व नीलम सिंघवी के ग्रुप ने द्वितीय स्थान एवं वीर रांका, कल्पित रांका, निशा भटेवरा एवं सिमा सांखला के ग्रुप ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
साध्वी आणिमाश्रीजी ने कहा प्रतियोगिता ज्ञान वर्हन का महत्त्वपूर्ण उपक्रम है। ज्ञान चेतना वर्ष में ज्यादा से ज्यादा भाई-बहन श्रुतारोहण की ओर अग्रसर हो। साध्वी सुधाप्रभाजी ने अच्छा श्रम किया है। इनकी विशिष्ट शैली लोगों को बांध लेती है। साध्वी कर्णिकाश्रीजी खुद संगायिका है। यह प्रतियोगिता पूरी तरह से ज्ञानवर्धक रही।
ज्ञानवृद्धि का महत्त्वपूर्ण उपक्रम है प्रतियोगता – साध्वी आणिमाश्रीजी
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