नई दिल्ली:लेखिका और सामाजिक कार्यकर्ता अरुंधति रॉय ने इस सप्ताह की गई मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की आलोचना करते हुए गुरुवार को कहा कि मुद्दों से भटकाने और शासन करने के मकसद से गिरफ्तारी की गई। अरुंधति रॉय ने आशंका जताई कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) आगामी 2019 के आम चुनाव में अचानक कुछ हमले कर सबकुछ बेपटरी करने की कोशिश करेगी। उन्होंने लोगों से इस कार्रवाई के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराने की अपील की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सिलसिलेवार हमला बोलते हुए बुकर पुरस्कार विजेता लेखिका और सामाजिक व पर्यावरण के मुद्दों को लेकर संघर्ष में आगे रहने वाली अरुंधति रॉय ने लोगों से कहा कि असामान्य घटनाएं होने की सूरत में भी वे अपना ध्यान न भटकने दें। रॉय ने यहां एक प्रेसवार्ता के दौरान कहा, ‘मोदी सरकार ध्यान भटकाओ और शासन करो का अनुकरण कर रही है। हमें नहीं मालूम कि कहां, कैसे, कब और किस प्रकार का आग का गोला हमारे सामने गिरेगा। वे हमें भटकाना चाहते हैं।’
उन्होंने प्रेसवार्ता के दौरान गिरफ्तारी की निंदा की। अरुंधति रॉय ने सरकार को दलित विरोधी, गरीबों और अल्पसंख्यकों का विराधी बताते हुए नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू करने की नीतियों को लेकर सरकार पर निशाना साधा। रॉय ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘गरीबों को जहां भारी कष्ट भुगतना पड़ा है वहां बीजेपी के नजदीकी कई कॉरपोरेट अपना धन कई गुना बना चुके हैं। नीरव मोदी और विजय माल्या जैसे कारोबारी लोगों को हजारों करोड़ का धन लेकर चंपत हो गया है।’
2018-08-31