मुंबई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के काल्पनिक हिंदुत्व से कांग्रेस ने अपनी मुख्य लड़ाई बताया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष नदीम जावेद ने कहा कि वे ऐसा समाज चाहते हैं जिसमें हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध और पारसियों के बीच आपसी भाईचारा हो। वे संघ के उस हिंदुत्व का विरोध करते हैं जिसमें लोगों को आपस में बांटा जाता है। उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर देश के लोकतांत्रिक संस्थानों को नियंत्रित करने का आरोप लगाया है। युवा नेता फरहान आज़मी ने कहा कि नदीम जावेद के नेतृत्व में पूरे देश में अल्पसंख्यक विभाग जोरदारी से भाजपा का मुकाबला करेगा और राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने में अपनी भूमिका सुनिश्चित करेगा।
आज़ाद मैदान स्थित मुंबई कांग्रेस कार्यालय में अल्पसंख्यक विभाग की आयोजित बैठक में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नदीम ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें पार्टी को मजबूत बनाने की जो जिम्मेदारी सौंपी है उसे वे पूरी तरह से निभाएंगे। नदीम ने पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन देते हुए कहा कि उनके आगे बढ़ने के रास्ते खुल हैं, जो काम करेगा उसे आगे लाया जाएगा। हर कार्यकर्ता सोशल मीडिया में एक्टिव रहे और अपना योगदान दे। एक सवाल के जवाब में नदीम ने मुंबई में चल रही गुटबाजी को नकारते हुए कहा कि आपस में मनभेद हो सकते हैं लेकिन मतभेद नहीं हैं। नदीम ने महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव कराए जाने की संभावनाएं जताए हुए कार्यकताओं को पूरी तरह से एकजुट होकर काम करने की नसीहत दी।
इसके पहले नदीम का मुंबई कांग्रेस कार्यालय में मुंबई कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष बब्बू खान की अगुवाई में जोरदार स्वागत किया गया। विधायक अमीन पटेल, अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनीष शाह, पूर्व सांसद एकनाथ गायकवाड़, पूर्व एमएलसी यूसुफ अब्राहनी, बाबा सिद्दीकी, जिलाध्यक्ष अब्दुल कय्यूम तंबोली, ग्लोरी वाज और मुंबई कांग्रेस के महासचिव संदेश कोंडविलकर ने भी पार्टी को मजबूत बनाने के लिए अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन प्रो. अल-नासिर ज़कारिया ने किया।
हमारी लड़ाई संघी हिंदुत्व से : नदीम
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