संगीत के लिए साधना जरूरी है। जब माता सरस्वती की कृपा हो जाती है तो संगीत की दुनिया में मुक़ाम हासिल करना बेहद आसान हो जाता है।
शाश्वत प्रतीक की प्रतिभा गॉड गिफ्ट है। मात्र तेरह साल की उम्र में वह गायन में रुचि लेना शुरू कर दिया था। बॉलीवुड में युवा दिलों की धड़कन सुरों के सरताज़ अरिजीत सिंह और अतिफ असलम से प्रभावित शाश्वत भी उनके नक्शेकदम पर चलते हुए अलबम ‘पल जो’ के जरिये बॉलीवुड में एंट्री मारा है।
वीनस म्यूजिक कंपनी ने पल जो रिलीज किया उसी अवसर पर फ़िल्म अभिनेता विक्रम (जूली फेम), मुश्ताक़ खान, सुनील पाल, अली खान, सलमान शेख, संगीतकार दिलीप सेन और मशहूर गायक स्वर्गीय मो. रफी के सुपुत्र शाहिद रफी खास तौर पर शाश्वत को बधाई देने अंधेरी के द व्यूव में पहुंचे। उन्होंने शाश्वत के सुरताल की तारीफ करते हुए उसके संगीत के क्षेत्र में उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं प्रदान किये।
संगीत के विषय में बात करते हुए शाश्वत ने बताया कि मैं धुन को ध्यान में रखकर गीतों की रचना कर कंपोज करता हूँ। मुझे हर अंदाज़ के गीत पसंद है। ली हेलियस फिल्म्स की प्रस्तुति ‘पल जो’ की सफलता को लेकर निर्माता प्रबीर सिन्हा, शिवानंद सिन्हा और निर्देशक नितेश राय होनहार युवा गायक, गीतकार और संगीतकार शाश्वत से आश्वस्त हैं।
– गायत्री साहू
संगीत में शाश्वत प्रतीक की प्रतिभा की परीक्षा ‘पल जो’

Leave a comment
Leave a comment