पौष्टिक तत्वों और अनोखे स्वाद की वजह से मशरूम का भोजन में खूब इस्तेमाल किया जाता है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट, एंटी बैक्टीरियल और एंटी वायरल तत्वों से भरपूर औषधीय गुण भी पाए जाते हैं। इसके फायदों के बारे में बता रही हैं रजनी अरोड़ा मशरूम को सुपरफूड माना गया है, क्योंकि इससे न केवल पोषक तत्व मिलते हैं, बल्कि यह कई बीमारियों से हमारा बचाव भी करता है। एंटीऑक्सिडेंट, एंटी बैक्टीरियल और एंटी वायरल तत्वों से भरपूर मशरूम के फायदों के बारे में जानना जरूरी है।
इम्यूनिटी बढ़ाए : मशरूम में मौजूद सेलेनियम, पेनिसिलिन जैसे एंटीबायोटिक तत्व शरीर में माइक्रोबियल विकास और फंगल संक्रमण को बाधित करने में सहायक हैं और प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मददगार हैं।
कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोके : मशरूम में मौजूद फोलेट्स कैंसर सेल्स बनने से रोकते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स शरीर को फ्री रेडिकल से बचाते हैं, जो कैंसर का कारण बनते हंै। फोलेट्स डीएनए को बनाने और रिपेयर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मशरूम में पाया जाने वाला सेलेनियम तत्व लिवर को सुचारू रूप से काम करने में मदद करता है। यह शरीर को डीटॉक्सीफाई करने में मदद करता है, जिससे कई बीमारियों से बचाव होता है।
दिल को रखे दुरुस्त : मशरूम में मौजूद फाइबर, पोटैशियम, विटामिन सी और सेलेनियम जैसे एंटीऑक्सिडेंट तत्व हमारे दिल की सेहत को प्रोत्साहित करते हैं। एंटीऑक्सिडेंट्स दिल को फ्री रेडिकल से बचाते हैं। शरीर में बुरे कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) के बीच संतुलन कायम रखने में भी मदद करते हैं।
ब्लड प्रेशर को करे नियमित : पोटैशियम और सोडियम से भरपूर मशरूम का नियमित सेवन ब्लड प्रेशर को नियमित करने में मदद करता है। यह शरीर में सामान्य तरल पदार्थों के बीच संतुलन कायम रखता है।
ऑस्टियोपोरोसिस में दे आराम : धूप में रखा फ्रेश मशरूम विटामिन डी का अच्छा स्रोत होता है। मशरूम में मौजूद विटामिन डी, कैल्शियम और फॉस्फोरस हड्डियों के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं और जोड़ों के दर्द, हड्डियों में घनत्व कम होने या हड्डियों के टूटने की आशंका को कम करते हैं।
टाइप 2 डायबिटीज में फायदेमंद : फाइबर से भरपूर, लेकिन कम शर्करा वाले मशरूम का सेवन डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद है। लिवर, अग्नाशय और अंत:स्रावी ग्रंथियों के समुचित क्रियान्वयन में यह मदद करता है।
याददाश्त करे दुरुस्त : इसमें मौजूद कोलीन तत्व मस्तिष्क में रक्त और ऑक्सीजन के प्रवाह को बनाए रखता है। इससे याददाश्त और लर्निंग पावर में सुधार होता है। कोलीन मेमरी के सेल मेम्ब्रेन की संरचना को मेंटेन रखता है।
इन बातों का रखें ध्यान एक स्वस्थ व्यक्ति नियमित रूप से 100 ग्राम मशरूम का सेवन आसानी से कर सकता है। मशरूम खरीदते समय ध्यान रखना चाहिए कि वे ताजे और सूखे हों। चिपचिपे या मुरझाए मशरूम बासी होते हैं। घर लाने के बाद इन्हें फ्रिज में एयरटाइट बॉक्स में रखें। जब इन्हें बनाना हो, तभी धोएं और काटें।
मशरूम: याददाश्त दुरुस्त करे, दिल रखे मजबूत
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