नई दिल्ली। एशियन गेम्स के महिला बैडमिंटन में साइना नेहवाल को ब्रॉन्ज मेडल मिला है। वह इस टूर्नमेंट में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं। हालांकि, उन्हें सेमीफाइनल में चीनी ताइपे की ताइ जू यिंग ने सीधे गेम में 21-17 और 21-14 से हर मिली और गोल्ड जीतने का उनका सपना टूट गया। साइना ने पहला गेम 21-17 से गंवाया, जबकि दूसरे गेम में उन्होंने वापसी की, लेकिन दुनिया की नंबर वन खिलाड़ी ने लगातार पॉइंट्स अर्जित करते हुए 21-14 से जीत दर्ज कर फाइनल में प्रवेश कर लिया। टूर्नमेंट में भारत को मिला यह 7वां मेडल है।
36 साल बाद मिला मेडल
यह पहला मौका है जब एशियाई खेलों के बैडमिंटन स्पर्धा के महिला एकल में भारत को मेडल मिला है। इससे पहले कभी किसी शटलर ने महिला एकल में मेडल नहीं जीता था। रेकॉर्ड की बात करें तो बैडमिंटन इंडिविजुअल इवेंट में आखिरी बार सैयद मोदी ने 1982 में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। बता दें कि साइना नेहवाल और ताइ जू यिंग के बीच इससे पहले 16 मुकाबले खेले गए, जिसमें से भारतीय शटलर के खाते में सिर्फ 5 जीत दर्ज थी, जबकि 11 मुकाबले यिंग ने अपने नाम किए थे।
पहला गेम 21-17 से साइना ने गंवाया
पिछले मुकाबले की तरह इस बार भी साइना नेहवाल ने पहले गम में सेट होने में समय लिया। शुरुआत में ताइ जू यिंग ने साइना की गलतियों का फायदा उठाते हुए 5-1 की बढ़त ले ली। इसके बाद साइना ने वापसी करते हुए स्कोर 6-7 तक पहुंचा दिया और फिर 8-8 से बराबरी पर ला दिया। यहां दोनों खिलाड़ियों में जबरदस्त टक्कर देखने को मिली। स्कोर 9-9, 10-10 तक बराबर चला। हालांकि, यहां यिंग ने लगातार 5 पॉइंट लेकर स्कोर 15-10 कर दिया। साइना ने वापसी की, लेकिन वह यिंग से पार नहीं पा सकीं। चीनी ताइपे की खिलाड़ी ने यह गेम 19 मिनट में 21-17 से अपने नाम किया।
दूसरा गेम: बढ़त लेने के बाद हारीं गेम
दूसरे गेम में भी साइना थोड़ा दबाव में नजर आईं। विपक्षी खिलाड़ी ने 5-1 की बढ़त ले ली। हालांकि, साइना ने वापसी करते हुए स्कोर 6-6 बराबर कर लिया। यहां उनके पास बढ़त का मौका था, लेकिन नेट पर खराब शॉट की वजह से गंवा दिया। इसका फायदा यिंग ने उठाया और 10-7 की बढ़त ले ली। इसके बाद साइना ने लगातार 3 पॉइंट लेकर स्कोर 10-10 से बराबरी पर ला दिया। यहां साइना ने ड्रॉप शॉट का जबरदस्त इस्तेमाल करते हुए 4 पॉइंट जुटाए और 14-13 की बढ़त ले ली। लेकिन यहां यिंग ने वापसी की और लगातार पॉइंट लेकर 21-14 से जीत दर्ज की।
क्वॉर्टर फाइनल, 26 अगस्त: इंतानोन को यूं दी मात
साइना नेहवाल ने क्वॉर्टर फाइनल में थाइलैंड की रतचानोक इंतानोन को सीधे गेम में 21-18 और 21-16 से हराया। पहले गेम में निराशजनक शुरुआत से लग रहा था कि साइना मैच का पहला गेम गंवा देंगी, लेकिन भारतीय शटलर ने जोरदार वापसी करते हुए न केवल पहला गेम जीता, बल्कि दूसरे गेम में भी जीज दर्ज करते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। साइना और थाई खिलाड़ी के बीच यह 16वीं भिड़ंत थी, जिसमें भारतीय स्टार शटलर ने 11वीं बार जीत दर्ज की।
प्री-क्वॉर्टर फाइनल, 25 अगस्त: फितरियानी को हराया
इससे पहले साइना ने राउंड ऑफ 16 के मुकाबले में इंडोनेशिया की फितरियानी को सीधे गेम में 21-6 और 21-14 से पराजित किया। भारतीय शटलर के सामने इंडोनेशिया की खिलाड़ी संघर्ष करती नजर आईं। साइना ने पहला गेम 21-6 से जीता, जबकि दूसरे गेम को 21-14 से अपने नाम करते हुए क्वॉर्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया। इन दोनों खिलाड़ियों के बीच यह चौथा मुकाबला था, जिसमें से चारों मुकाबले साइना के नाम रहे हैं।
पहले मुकाबला, 23 अगस्त: सुरैया को हराया
बता दें कि इससे पहले साइना नेहवाल ने टूर्नमेंट में अपने पहले मुकाबले में ईरान की सुरैया अघाजियाघा को सिर्फ 26 मिनट में 21-7, 21-9 से हरा दिया था। यह मुकाबला भी साइना के लिए आसान रहा। उन्होंने एकतरफा जीत दर्ज की।
एशियाडः साइना ने बैडमिंटन में 36 साल बाद दिलाया मेडल
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