राजकुमार गौतम/बस्ती।
जिले के कई हिस्सों में इन दिनों बिजली व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है, लेकिन बिजली विभाग के लोगों का इस पर कोई ध्यान नहीं जा रहा है। जिसे लेकर कई क्षेत्रों के लोगों में खासी नाराजगी व्याप्त है। हालांकि इस बारे में जिलाधिकारी ने निर्देश भी जारी किया था, बावजूद इसके बिजली व्यवस्था ज्यों की त्यों बनी हुई है। ऐसा लगता है कि विभाग पूरी तरह से फेल हो गया।
जानकारी के अनुसार, 6 तारीख से ही बिजली व्यवस्था एकदम ठप पड़ी हुई है, यह माहौल पूरे बस्ती जिले में देखा जा सकता है। बिजली व्यवस्था की अनियमितता व हाई एवं लो वोल्टेज को देखते हुए जिलाधिकारी राजशेखर ने 9 जुलाई को अधिशासी अभियंता विद्युत विभाग को सख्त निर्देश जारी किया था कि बिजली की सप्लाई नियमित होनी चाहिए, इसके बावजूद बिजली विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों का प्रयास नगण्य दिख रहा है।
बताते चलें कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसून आ जाने के बाद यह स्थिति और गंभीर हो गई है, जिसके कारण आम जनमानस व सरकारी कार्य प्रणालियों में भी बाधा पहुंच रही है। आम जनमानस व सरकारी कार्यों में बाधाओं को देखते हुए जिलाधिकारी ने सख्त निर्देश जारी किया था, लेकिन 2 दिन के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है।
बिजली उपकेंद्र हरदी (दुबौली व्यवस्था पटरी पर नहीं आ रही है। पहले कई स्थानों पर गिरा पेड़ हटाया गया। उम्मीद थी कि बुधवार की दोपहर तक आपूर्ति बहाल हो जाएगी लेकिन जैसे ही सब कुछ ठीक हुआ उपकेंद्र का उपकरण जल गया। कई घंटे कवायद के बाद भी उसे सही नहीं किया जा सका। विभागीय कर्मचारी आपूर्ति बहाल करने के प्रयास में हैं। इस उपकेंद्र को चार क्षेत्रों में बांटा गया है।
एकटेकवा के पास 33 हजार वोल्टेज के तार पर पेड़ गिर गया उसके बाद बेलवाडाड़ में एक पोल गिरा गया। साड़ी हिच्छा गांव में भी पेड़ की डाल तार पर गिर गई। इसके चलते पूरा उपकेंद्र ही प्रभावित हो गया। अपर अभियंता अशोक चंद्रपाल ने बताया कि तार पर गिरे पेड़ हटवा दिए गए हैं। इसके बाद उपकरण जल गया। उसे सही कराया जा रहा है।
गौर ब्लॉक के कई क्षेत्रों में बुरी तरह चरमरा गई है बिजली आपूर्ति, बिजली विभाग फेल!
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