मुंबई:इमारतों का पुनर्विकास करते समय कुछ बिल्डर महाराष्ट्र गृहनिर्माण व विकास प्राधिकरण (म्हाडा) से किराए पर ट्रांजिट कैंप में कमरे लिए हैं। इनमें से 43 बिल्डरों ने लंबे समय से म्हाडाके पास किराया नहीं भरा हैं। इन बिल्डरों पर 135 करोड़ 52 लाख रुपये बकाया हो गया है। यह बकाया राशि भरने के लिए म्हाडा ने कई बार बिल्डरों के पास नोटिस भेजा है। इसके बावजूद बिल्डरों पर कुछ फर्क नहीं पड़ रहा है।
अब म्हाडा आयकर विभाग की मदद से बिल्डरों की संपत्ति जब्त कर किराया वसूल करेगी। मुंबई में खतरनाक, दुर्घटनाग्रस्त अथवा जर्जर हो चुके इमारतों के निवासियों को म्हाडा के ट्रांजिट कैंप में बसाया जाता है। म्हाडा के मुंबई भवन मरम्मत व पुनर्रचना बोर्ड से ट्रांजिट कैंप में सन 1997 से 2017 तक कई बिल्डरों ने किराए पर घर लिए हैं।
योजना के पूरा होने तक बिल्डरों को घरों का किराया समय पर भरना अपेक्षित है, लेकिन कई विकासकों ने किराया नहीं भरा है। इससे किराया के रूप में बिल्डरों पर बकाया राशि 135 करोड़ 52 लाख रुपये हो गई है। म्हाडा ने इन बिल्डरों की एक सूची तैयार की है। अब इन बिलडरों से बकाया राशि वसूलने के लिए जल्द ही कार्रवाई करेगी।
बिल्डरों की संपत्ति जब्त कर पैसे वसूलेगी म्हाडा
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