विरार। श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक उपसंघ विरार मेवाड़ भवन में शुक्रवार को गुरु अम्बेश दरबार मे मधुर प्रवक्ता महासती श्री रिद्धिश्रीजी (रम्या) एवं मधुर गायिका महासती श्री सिद्धिश्रीजी (सौम्य) आदि ठाणा 2 के सांनिध्य में गुरु जन्मोत्सव एवं स्मृति दिवस पर गुरु गुणानुवाद एवं तैला तप उत्सव का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की शरुवात सामूहिक नमस्कार महामन्त्रोचारण द्वारा हुई। साध्वी श्री सिद्धि श्रीजी ने मंगलाचरण गीतिका का संगान किया। पिंकी सांखला ने स्वागत गीतिका का संगान किया। अंजू बड़ालमिया ने गुरु गुणानुवाद में सुंदर गीतिका का संगान किया। ध्वजारोहण सभी पदाधिकारियों ने किया। कन्यामण्डल एवं किशोर मण्डल ने एक सुंदर नाटिका की प्रस्तुति दी। साध्वी रिद्धि श्रीजी ने कहा आप और हम यह गुरु भगवन्तों के गुणानुवाद के लिए एकत्रित हुए है। हमे गुरु के पद चिन्हों पर चलाना है। तभी आज का यह कार्यक्रम करना सफल होगा। साध्वी सिद्धि श्रीजी ने कहा आज का दिवस गुरु भगवन्तों का गुणानुवाद का दिन है। भारत की भूमि सन्तो रही है। भारत भूमि में महान सन्तो का जन्म हुआ है। आज का दिन आप और हम तीन- तीन महापुरुषों का गुणानुवाद करने के लिए उपस्थित हुए है। संसार के अंदर बहुत से मनुष्यों का जन्म होता है, परन्तु महापुरुषों का जन्मोत्सव मनाया जाता है। मेवाड़ मुंबई अध्यक्ष किशनलाल परमार, बालचंद्र खरवट, मेवाड़ महिला मंडल अध्यक्षा राजकुमारी बोहरा, रुचिका सुराणा, अविनाश चोरडिया ने अपने विचारों की अभिव्यक्ति दी।