नई दिल्ली: सीबीआई ने शनिवार को वायुसेना और रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों समेत विवादित हथियार डीलर संजय भंडारी के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया। सीबीआई ने इस मामले में भंडारी के घर और दफ्तर पर छानबीन भी की।
सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘2009 में 75 बेसिक ट्रेनर विमानों की खरीद में कथित तौर पर भ्रष्टाचार हुआ। अनियमितताओं को लेकर ऑफसेट इंडिया सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के दोनों निदेशकों भंडारी और बिमल डेरेन और स्विट्जरलैंड स्थित विमान बनाने वाली कंपनी पिलाटस एयरक्राफ्ट लिमिटेड के अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।’’
339 करोड़ रुपए की रिश्वत दी गई
पिलाटस एयरक्राफ्ट लिमिटेड स्विट्जरलैंड की एक कंपनी है। सीबीआई ने कंपनी को डील के दौरान अनियमितताओं और 339 करोड़ रुपए बतौर रिश्वत देने के मामले में भी आरोपी बनाया है। सीबीआई ने रिश्वतखोरी के आरोपों की तस्दीक के लिए 11 नवंबर 2016 को एक प्रारंभिक जांच (पीई) दर्ज की थी।
मार्च में आई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जमीन खरीदी के मामलों में भी वाड्रा के करीबी संजय भंडारी का नाम सामने आया था। यूपीए के वक्त हुई पेट्रोलियम डील, रक्षा सौदे में भंडारी की भूमिका की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीबीआई जैसी एजेंसियां कर रही हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, 2012 से 2015 के बीच भंडारी ने राफेल का ऑफसेट कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए लॉबिंग की थी।