संयुक्त राष्ट्र:रूस और चीन ने उत्तर कोरिया को ईंधन की आपूर्ति रोकने की अमेरिका कोशिश बाधित कर दी। अमेरिका का आरोप है कि उत्तर कोरिया 2019 की ईंधन आपूर्ति की अपनी वार्षिक सीमा पार कर चुका है। राजनयिक सूत्रों के अनुसार रूस और चीन ने कहा कि अमेरिका के अनुरोध का अध्ययन करने के लिए उन्हें और वक्त चाहिए। जापान, फ्रांस और जर्मनी सहित संयुक्त राष्ट्र के 25 सदस्य देशों ने अमेरिकी प्रस्ताव का समर्थन किया था।
एक सप्ताह पहले एक रिपोर्ट में अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर आरोप लगाया था कि वह नौका से नौका हस्तांतरण के जरिए ईंधन आयात की संयुक्त राष्ट्र से तय सीमा का उल्लंघन कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया के बैलेस्टिक मिसाइल तथा परमाणु परीक्षणों के जवाब में उस पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं और ईंधन आयात की सीमा निर्धारित करना उनमें से एक है।
अमेरिका ने कहा है कि जब तक उत्तर कोरिया अपने परमाणु कार्यक्रम को बंद करने के लिए सहमत नहीं हो जाता तब तक उस पर प्रतिबंधों से ‘अधिकतम’ दबाव बना रहना चाहिए। अमेरिका ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध समिति यह कहे कि 5,00,000 बैरल की सालाना सीमा पार कर ली गई है साथ ही सभी देशों को ईंधन आपूर्ति को रोकने का आदेश दे।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ल्यू कांग ने बुधवार को चीन में संवाददाताओं से कहा, ”इस मुद्दे पर कोई भी निर्णय ठोस तथा विश्वस्नीय तथ्यों के आधार पर और गहन विचार विमर्श तथा अध्ययन के जरिए लिया जाना चाहिए।” उन्होंने कहा कि संबंधित पक्षकारों को और ऐसे काम करने चाहिए जो स्थिति को सामान्य करने में सहायता करने वाले हों..और कोरियाई प्रायद्वीप के मुद्दे को राजनीतिक समाधान की ओर आगे ले जाते हों।