मुंबई। महाराष्ट्र के दिग्गज कांग्रेसी नेता गुरुदास कामत का आज चेंबूर स्थित श्मशान में अंतिम संस्कार कर दिया गया जिसमें बड़ी संख्या में लोग अंतिम विदाई देने इकट्ठा हुए। उनका अंतिम संस्कार चेंबूर के चरई श्मशान भूमि में किया गया। इस श्मशान गृह का उद्घाटन कामत ने 2009 में आज ही की तारीख यानि 23 अगस्त को किया था।
उल्लेखनीय है कि 21 अगस्त को दिल्ली के एक अस्पताल महाराष्ट्र के इस लोकप्रिय नेता का निधन हो गया था। वे कुछ समय से बीमार थे तथा उन्हें यहां भर्ती कराया गया था। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने श्मशान के उद्घाटन के मौके पर लगाए गए पत्थर की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है कि ‘असे होऊ शकते का?’ य़ानि ऐसा हो सकता है क्या? 23 अगस्त के दिन चेंबूर के इस श्मशान का उद्घाटन गुरुदास कामत के शुभ हाथों से हुआ था, आज 23 अगस्त को 11 वर्ष के बाद उनके पार्थिव शरीर को इसी श्मशान में अंतिम संस्कार के लिए लाया गया।
वरिष्ठ पत्रकार सैय्यद सलमान उक्त तस्वीर को शेयर करते हुए लिखते हैं कि – ‘इसे महज़ संयोग कहिए या विधि का विधान…! जिस श्मशान भूमि का उद्घाटन स्वयं स्व. गुरुदास कामत ने किया था, आज उसी श्मशान भूमि में उनका दाह संस्कार किया गया… ! उस से भी बड़ा आश्चर्यजनक संयोग ये कि, 2009 में जिस दिन उद्घाटन हुआ उस दिन भी अगस्त की 23 तारीख़ थी और कामत साहब के अंतिम संस्कार का दिन भी 23 अगस्त ही है….
क़ुदरत तेरे खेल निराले…।‘
हजारों समर्थकों और कार्यकर्ताओं के बीच कामत को राजकीय सम्मान के साथ चेंबूर स्थित चरई स्मशानभूमि में 21 बंदूकों की सलामी के साथ विदाई दी गई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रभारी मल्लिकार्जुन खरगे, सह प्रभारी आशीष दुआ, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण, मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम, सेवादल सलाहकार परिषद के सदस्य चंद्रकांत दायमा, महाराष्ट्र के गृहनिर्माण मंत्री प्रकाश मेहता, शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े, सांसद राहुल शेवाले, राकांपा प्रवक्ता संजय तटकरे, मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार, पूर्व सांसद एकनाथ गायकवाड़, विधायक नसीम खान, अमीन पटेल, जनार्दन चांदुरकर, जितेंद्र आव्हाड, भाई जगताप, पूर्व मंत्री कृपाशंकर सिंह, मनपा में नेता प्रतिपक्ष रवि राजा, डॉ. अमरजीत सिंह मनहास, राजहंस सिंह, दीपक तलवार, आनंदराज राय, अनिल गलगली, राजा मिरानी, नगमा, केतन शाह, चंद्रकांत हंडोरे, जयप्रकाश छाजेड, चरणसिंह सप्रा, रवि राजा, उपेंद्र दोशी, भूषण दत्ता सामंत, अमित शेट्टी, समित शेट्टी, गुणवंत शेठ, बलदेव खोसा, भावना जैन, मुंबई कांग्रेस के महासचिव भूषण पाटिल, जाकिर अहमद, उपाध्यक्ष वीरेंद्र उपाध्याय, जयप्रकाश सिंह, उदयप्रताप सिंह, महेश मलिक, सुनील अहिरे, सूरज सिंह, विनायक कामत, विकास कामत, हर्ष मेहता, अभिषेक मेहता, संजय पाटील, मोहम्मद अरशद, समीर देसाई, डॉ राजेंद्र सिंह, दिनेश ठक्कर, रवि पुंज, भावेश भानुशाली, शिवाजीराव नलावड़े, रविंद्र पवार,आसिफ खान, निजामुद्दीन राईन, बृजमोहन पांडेय, राघवेंद्र द्विवेदी, संदीप सोनवलकर, यूथ अध्यक्ष गणेश यादव, एनएसयूआई मुंबई अध्यक्ष विपिन सिंह, महिला नेता नजमा फातमा खान, रेश्मा शेवाले, यूसुफ अब्राहनी, मुंदकुल, जया पेंगल, दिनेश मधकुंटा, गोविंद लोखंडे आदि उपस्थित थे।
गुरुदास कामत की गिनती महाराष्ट्र के कद्दावर नेताओं में होती थी। वे मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं तथा 6 बार लोकसभा चुनाव जीतकर संसद भी पहुंचे थे। यही नहीं, कई बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के लिए भी उनका नाम चर्चा में रहा है। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आज किसी पद पर न होने के बावजूद भी उनके आवास पर पत्रकारों, समर्थकों व कार्यकर्ताओं का तांता लगा रहता था। उनकी अनुपस्थिति कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ ही दूसरे लोगों को भी काफी खलेगी। उन्होंने दुश्मन कम दोस्त अधिक बनाए थे।
नौ साल पहले जिस श्मशान का उद्घाटन किया, उसी में हुआ कामत का अंतिम संस्कार
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