रांची (ईएमएस)। झारखंड में पाकुड़ के महेशपुर थानांर्गत दंगापाड़ा गांव में बकरीद के मौके पर गाय को कुर्बान किए जाने की सूचना पर पहुंची पुलिस और ग्रामीणों के बीच हुई झड़प में दोनों ओर से जम कर गोलियां चलीं। इस घटना में सात पुलिस वालों समेत 21 लोग घायल हुए। घायलों में दो पुलिस जवानों की हालत गंभीर है। ग्रामीणों ने हमला उस समय किया गया जब गाय काटे जाने की सूचना के बाद गांव पहु्चे पुलिस बल ने मांग को कब्जे में लेने का प्रयास किया। इसका विरोध करते हुए ग्रामीण एकत्र हो गए और उन्होंने पुलिस पर पत्थरबाजी और फायरिंग करनी शुरू कर दी। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस दल पर कई बम भी फेंके। पुलिस बल को वहां से बच कर भागना पड़ा।
बाद में उपद्रवियों को पकड़ने के लिए और पुलिस बल वहां पहुंचा तो ग्रामीणों ने फिर हमला बोल दिया। दोनों पक्षों के बीच देर तक फायरिंग, पत्थरबाजी होती रही। बाद में भीड़ ने महेशपुर पुलिस स्टेशन पर भी हमला बोल दिया। जिसमें सात पुलिस कर्मी और 14 ग्रामीण घायल हो गए। घायल पुलिस कर्मियों में दो की हालत गंभीर है। उल्लेखनीय है कि झारखंड में सन 2015 में गो-हत्या पर प्रतिबंध है।
घटना की जानकारी मिलते ही आस पास के पुलिस थानों से मदद भेजी गई, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागे गए। सभी घायलों को बीरभूम के अलग अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ज्ञात हो कि राज्य सरकार ने 18 अगस्त को सभी जिलों के उपायुक्तों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था कि बकरीद के अवसर पर गो-हत्या नहीं हो। घटना के बाद जिला पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र प्रसाद बर्नवाल कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। उन्होंने बताया कि अब स्थिति नियंत्रण में है।
ईद पर गाय की कुर्बानी सूचना पर पहुंची पुलिस और ग्रामीणों में चलीं गोलियां, 7 पुलिस कर्मियों समेत 21 घायल
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