माधवरम – चेन्नई। शांतिदूत महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य तपस्वी मुनि श्री ज्ञानेंद्र कुमार जी, मुनि श्री रमेश कुमार जी, मुनि श्री जम्बू कुमार जी का मूल कड़ाई ब्रिज के पास तीनों सिंघाडे अपने सहवर्ती संतो सहित अध्यात्मिक मिलन हुआ मुनि श्री ज्ञानेंद्र कुमार जी पैरम्बूर से मुनि श्री रमेश कुमार जी किलपाॅक से मुनि जम्बू कुमार जी माधवराम से पधारें ।प्रमोद भावना का अनूठा दृश्य सभी ने देखा ।
जैन तेरापंथ नगर माधावरम में स्वागत का कार्यक्रम आयोजित हुआ । यहां विराजित मुनि जम्बू कुमार जी ने अपनी जन्म भूमि की ओर से स्वागत करते कहा – माधावरम के परम पवित्र धरापर जहां आचार्य श्री महाश्रमण जी ने चातुर्मास कराया । मैं काफी दिनों यही पर हू । दोनों सिंघाङो ने मेरे यहां पधार कर मेरे ऊपर कृपा कराई है में सभी संतों का स्वागत करता हूं । आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी की जन्म शताब्दी के अवसर पर प्रेक्षा ध्यान जीवन विज्ञान आदि के कार्यक्रम हो साथ ही बारह व्रतों को अधिक से अधिक भाई – बहन स्वीकार करें ।
तपस्वी मुनि ज्ञानेंद्र कुमार जी ने कहा – तेरापंथ धर्म संघ एक अनूठा धर्म संघ है । इस धर्म संघ की अगणित विशेषताएं है । इस धर्म संघ के जब जब भी साधु साध्वियों प्रमोद भावना से मिलते हैं। उनका व्यवहार प्रेरणादाई होता है । अन्य धर्म संघों में यह झलक देखने को नहीं मिलती । इसका कारण है एक आचार्य, एक समाचारी, एक गुरु परंपरा ।
मुनि रमेश कुमार ने कहा – संतों का मिलना सुखदाई होता है । कल्याणकारी एवं प्रेरणा दाई होता है । जिस सौहार्दमय वातावरण से मिलन होता है उससे हमारा समाज प्रेरणा ले तो समाज में भी सौहार्द पूर्ण माहौल बन सकता है । आपने इस इस अवसर पर धर्म संघ के तीन प्रभावी अग्रणी मुनि प्रवरों का भी समरण किया । सेवाभावी तपस्वी मुनि श्री जयचंद लाल जी स्वामी, मुनि श्री सुमेरमल जी ‘सुमन’, शासन गौरव मुनि श्री मधुकर जी स्वामी के पास हम तीनों अग्रणी रहे । उनका हम सब पर उपकार है । उनके देवलोक के पश्चात ही तीनों अग्रणी बनें ।
इससे पूर्व मुनि श्री ज्ञानेंद्र कुमार जी ने महामंत्रोच्चारण से स्वागत कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ । जैन तेरापंथ नगर माधावरम की बहनों ने स्वागत गीत का संगान किया ।
मुनि सुबोध कुमार जी अपनी जन्म भूमि की ओर से संतों का स्वागत किया । आचार्य श्री महाश्रमण जैन तेरापंथ पब्लिक स्कूल के चैयरमैन देवराज जी आच्छा, तेरापंथ सभा चेन्नई के अध्यक्ष विमल जी चिंपड , जैन तेरापंथ फलैट आॅनर्स के अध्यक्ष अशोक जी बोकडिया ने सभी संतों का भावभरा स्वागत किया । गायक नवीन मुणोत ने “मन के मोहन महाश्रमण, वतन के मोहन महाश्रमण ” गीत को मधुरता से पेश किया । जंवरीलाल जी सिंघी ने भी गीत सुनाया । कार्यक्रम का कुशल संचाल सुश्री दिप्ती बोहरा ने किया तेरापंथ सभा, सुरेश जी रांका ने आभार ज्ञापित किया ।
इस अवसर पर मुमुक्षु खुश बाबेल, मुमुक्षु सुरबि श्रीश्रीमाल, चेन्नई तेरापंथ सभा, तेरापंथ युवक परिषद, तेरापंथ महिला मंडल, के पदाधिकारी एवं गणमान्य लोगों की अच्छी उपस्थिति रही।
अध्यात्मिक मिलन एवं स्वागत समारोह, तेरापंथ एक अनुठा धर्म संघ
Leave a comment
Leave a comment