नई दिल्ली: शंघाई कॉर्पोरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) समिट 13-14 जून को किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में होगी। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाक पीएम इमरान खान हिस्सा लेंगे। भारत के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को स्पष्ट कहा कि इस समिट में दोनों नेताओं के बीच कोई मुलाकात नहीं होगी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने गुरुवार को कहा कि मोदी और इमरान के बीच मुलाकात का कोई कार्यक्रम उनकी जानकारी में नहीं है।
पाक विदेश सचिव के भारत दौरे से शुरू हुईं अटकलें
पाक विदेश सचिव सोहेल महमूद की भारत दौरे पर रवीश ने कहा कि यह पूरी तरह निजी यात्रा थी। उनके साथ किसी तरह की आधिकारिक बैठक का कार्यक्रम नहीं था। सोहेल बुधवार को दिल्ली आए और उन्होंने ईद के मौके पर जामा मस्जिद में नमाज भी पढ़ी थी। उनके इस दौरे के बाद एससीओ समिट में मोदी-इमरान की मुलाकात की अटकलें तेज हो गई थीं।
मोदी ने इमरान के पीएम बनने के बाद अब तक मुलाकात नहीं की
इमरान खान पिछले साल अगस्त में पाक के प्रधानमंत्री बने थे। इसके बाद से मोदी ने उनसे मुलाकात नहीं की है। इमरान ने कई बार मोदी से मिलने की मंशा जताई। उन्होंने मोदी के प्रधानमंत्री बनने पर बधाई भी दी थी। दोनों नेताओं के बीच मुलाकात दिसंबर 2015 में हुई थी, जब तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के चीफ इमरान भारत दौरे पर आए थे। यह शिष्टाचार के तहत हुई मुलाकात थी।
2017 में कजाखस्तान के अस्ताना में एससीओ समिट के दौरान तत्कालीन पाक पीएम नवाज शरीफ से मोदी की मुलाकात हुई थी। भारतीय अफसरों ने कहा था कि यह आधिकारिक मुलाकात नहीं थी।
भारत कह चुका है- आतंकवाद और वार्ता साथ नहीं चल सकते
जनवरी 2016 में पठानकोट एयरबेस पर पर हमले के बाद से भारत पाक के साथ किसी तरह की आधिकारिक बातचीत में शामिल नहीं हुआ है। इसके बाद फरवरी 2019 में पुलवामा हमले और भारत की एयरस्ट्राइक के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया। भारत का कहना है कि द्विपक्षीय वार्ता और आतंक साथ-साथ नहीं चल सकते। पाक को बातचीत के लिए आतंक का साथ देना बंद करना होगा।