भायंदर में मासखमण तप अभिनंदन समारोह का भव्य आयोजन

भायंदर। आचार्य श्री महाश्रमण की विदुषी शिष्या शासन श्री साध्वी कैलाशवती जी के सान्निध्य में तीन मासखमण एवं 22 की तपस्या का अभिनंदन समारोह रखा गया। साध्वी कैलाशवती जी ने कहा कि तपस्या विरला व्यक्ति ही कर सकता है। जो दृढ़ संकल्प हो और जिसका मनोबल मजबूत हो।
कार्यक्रम की शुरुआत मंगलाचरण श्री निर्मल जैन द्वारा किया गया। पूजा बाफना ने गीतिका के द्वारा तप की अनुमोदना की। उन्होंने कहा कि तपस्या एक अमृत का प्याला है, इसको पीने वाला महान बन जाता है। सभा अध्यक्ष प्रदीप बच्छावत ने तपस्वियों अभिनंदन एवं स्वागत किया। महेंद्र बाफना ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि आनंद की जीवन मिला है। बेस्ट इसे जाने नहीं देना है वेस्ट। गीतिका द्वारा ललित जी के 29 की तपस्या की अनुमोदना की। तेरापंथ महिला मंडल भायंदर की संयोजिका द्वारा तपस्वियों का स्वागत किया गया। तपस्वी श्रीमती हेमलता की 31 की तपस्या निमित्त पुत्री जानकी एवं पुत्र ध्रुवी ने मां की तपस्या कर कुल का नाम रोशन किया। तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष विनोद डांगी ने तप की अनुमोदना करते हुए कहा कि तप विरले व्यक्ति ही कर सकते हैं। महिला मंडल भायंदर द्वारा ‘तप है मंगलकारी, तप है मुक्ति का द्वार’ गीतिका प्रस्तुत की गई। मीठालालजी बरलोटा ने 22 की तपस्या के उपलक्ष्य में उनकी एवं पुत्रवधु द्वारा गीतिका द्वारा तप की अनुमोदना की। साध्वी श्री पंकज श्री ने कहा कि तपस्या वही व्यक्ति कर सकता है जो वीर बहादुर होता है। कांदिवली में विराजित उग्र विहारी तपोमूर्ति कमल मुनि ने कहा कि भायंदर चातुर्मास में 3-3 मास खमण होने के समाचार मिले हैं, खुशी की बात है। यह महाश्रमण दरबार है जितनी भेंट चढ़ाओ उतनी कम है।
तेरापंथ युवक परिषद के मंत्री ने मुनिश्री द्वारा लिखित मुक्तक का वाचन किया। मीरा रोड महिला मंडल द्वारा गीतिका द्वारा तप की अनुमोदन की गई। साध्वी प्रमुखा कनकप्रभाजी द्वारा भेजे संदेश का वाचन श्री माणक सालेचा ने किया। तपस्वी श्री भंवरलालजी सेमलानी 32 की तपस्या, श्री ललित कोठारी ने 29 की तपस्या, श्रीमती हेमलता भूपेंद्र जी धींग मीरा रोड ने 31 की तपस्या एनं मीठालाल जी बरलोटा 22 की तपस्या का सम्मान तेरापंथ समाज भायंदर द्वारा मोमेंटो प्रदान कर किया गया। मंच संचालन साध्वी शारदाप्रभाजी ने किया। साध्वी पंकज श्री जी ने सभी तपस्वियों के लिए अलग-अलग गीतिकाओं के द्वारा तप की अनुमोदना की। इस अवसर पर भायंदर-मीरा रोड का श्रावक समाज बड़ी संख्या में उपस्थित था। यह जानकारी दिनेश चंद्र आच्छा ने दी।

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