तेज बहादुर यादव मामले में बीएसएफ ने मसालेदार खाने से जवानों की सेहत पर असर

चंडीगढ़ (ईएमएस)। बीएसएफ में खाने की क्वालिटी पर सवाल उठाने वाले जवान तेज बहादुर यादव के मामले में नया मोड़ आया है। सुनवाई के दौरान बीएसएफ ने कुछ सवालों के जवाब बीएसएफ ने कुछ अजीब दिए। बीएसएफ ने कोर्ट को बताया है कि जवानों को दिए जाने वाले खाने में तेल इसलिए नहीं डाला जाता ताकि उन्हें दिल की बीमारियां न लगे। जबकि तेज बहादुर यादव ने अपनी याचिका में आरोप लगाया था कि जवानों को दिए जाने वाले खाने में मसालों की कमी रहती है। सोमवार को न्यायालय में दाखिल अपने जवाब में बीएसएफ ने कहा है कि तेज बहादुर के खिलाफ सख्त कार्रवाई इसलिए की गई ताकि उस देखकर बीएसएफ में विद्रोह की चिंगारी न भड़के। बीएसएफ ने अपने जवाब में कहा है कि तेज बहादुर ने भूख हड़ताल कर दी थी ताकि बीएसएफ के दूसरे जवान उसका साथ दे सके। बीएसएफ के मुताबिक तेज बहादुर बेवजह हंगामा खड़ा करने का आदि था। याचिकाकर्ता के वकील एसपी यादव ने कहा कि तेज बहादुर द्वारा उठाए गए मुद्दों का बीएसएफ सटीक जवाब नहीं दे पाई इसलिए तेज बहादुर बीएसएफ के जवाब के खिलाफ अर्जी दायर करना चाहते हैं। हाईकोर्ट ने तेज बहादुर को 27 अगस्त का समय दिया है। गौरतलब है कि बीएसएफ ने तेज बहादुर द्वारा खाने का वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड करने को देश विरोधी बताया था जबकि एनआईए ने जांच में माना था कि तेज बहादुर किसी भी तरह की देश विरोधी गतिविधि में शामिल नहीं था।

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