मुंबई : शुक्रवार को मुंबई के घाटकोपर में स्थित सभा भवन में महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण का 46 वां दीक्षा दिवस यानी युवा दिवस के उपलक्ष्य में युवा संबोध कार्यशाला के रूप में मुनि श्री जिनेश कुमार जी ठाणा 2 के सानिध्य में एवं तेरापंथ युवक परिषद् घाटकोपर के अध्यक्ष लोकेश डांगी एवं टीम के नेतृत्व में मनाया गया। श्रावक समाज को संबोधित करते हुए मुनि श्री जिनेश कुमार जी ने कहा की भारतीय संस्कृति में त्याग का बहुत बड़ा मूल्य हैं। त्याग का मूर्ति रूप दीक्षा है। दीक्षा अनंत की यात्रा हैं। राग से विराग की यात्रा है।कार्यक्रम की शुरुआत मुनि श्री जिनेश कुमार जी द्वारा नमस्कार महामंत्र के उच्चारण के साथ हुई। मंगलाचरण गीतिका का संगान घटकोपर महिला मंडल ने किया। स्वागत भाषण तेयुप अध्यक्ष लोकेश डाँगी ने देते हुए अपने भावों को रखा।
इस अवसर पर श्री भिक्षु सिरियारी संस्थान अध्यक्ष ख्यालीलाल तातेड़, श्री जैन स्वेताम्बर तेरापंथी सभा अध्यक्ष नरेन्द्र तातेड़, मनोहर गोखरू, गोटूलाल बड़ाला, विमल सोनी, महिला मंडल सहसंयोजिका भावना चपलोत ने पुज्य गुरुवार के प्रति अपनी भावना व्यक्त की। पार्थ दुगड़, तुलसी सुर संगम द्वारा गीतिका से अपनी भावना व्यक्त की। आभार तेयुप घाटकोपर मंत्री राकेश बड़ाला ने किया। अभातेयुप से नरेश चपलोत , नवीन लोढ़ा, मुंबई सभा उपाध्यक्ष सुरेश राठौड़, हस्तीमल डाँगी, चंद्रप्रकाश बोहरा, विनोद कच्छारा, सभा उपाध्यक्ष संपत चोरडिया, देवीलाल कच्छारा आदि उपस्थित थे। बुधवार रात्रि भिक्षु स्वामी की तेरस पर धम्म जागरण में चंद्रप्रकाश बोहरा, हस्तीमल डाँगी, तेयुप अध्यक्ष लोकेश डाँगी, मंत्री राकेश बड़ाला, घाटकोपर महिला मंडल सहसंयोजिका भावना चपलोत, श्रेया चपलोत, श्रवण चोरडिया, सुप्रिया चोरडिया ने गीतिका द्वारा समा बांधा था।
युवा दिवस पर घाटकोपर में युवा संबोध कार्यशाला
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