लखनऊ:स्वर्ण पदक जीतने के बाद जकार्ता के खेल गांव में भारतीय खेमे में जोश भर गया। भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने मिठाइयां बांटीं। जब विनेश फोगाट से बात हुई तो उनसे पूछा ‘बेहतरीन कुश्तियां लड़ीं। अजेय रहते हुए स्वर्ण पदक जीता। इतना शानदार प्रदर्शन…कौन सी चक्की का आटा खाती हैं आप…?’ उनका जवाब था कि ‘लखनऊ की चक्की का।’
यूं तो लखनऊ के साईं सेंटर में ट्रेनिंग करने वाली सभी महिला पहलवान की खुराक संतुलित होती है लेकिन विशन अपने भोजन पर खास ध्यान देती हैं। सेंटर की न्यूट्रीशियनिस्ट डा. पायल बताती हैं कि विनेश 50 किलोग्राम भार वर्ग की पहलवान हैं। इसलिए नपातुला ही खाती हैं। उनकी खुराक में ड्राई फ्रूट्स, अण्डे, दूध, दही, पनीर, मांस, इनर्जी ड्रिंक, सप्लीमेंट, शहद आदि शामिल हैं। विनेश भाप में पकी सब्जियां खाती हैं। इसमें ब्रोकली, बीन्स, गाजर, चुकन्दर और सीजरन सब्जियां शामिल हैं। उन्होंने बताया कि मांसपेशियों के लिए भोजन की प्रोटीन की ज्यादा जरूरत रहती है। रिकवरी से नीबू-पानी का ज्यादा इस्तेमाल करती हैं। हड्डियों के लिए दूध-दही और शहद खाती हैं।
इस बार भी चोटिल हुईं
विनेश फोगाट भारतीय टीम की ऐसी पहलवान हैं जिनसे सबको पदक की उम्मीद रहती है। पर कुछ इत्तेफाक ऐसा रहता है कि बड़े मौकों पर उनके कहीं न कहीं चोट लग जाती है। रियो ओलंपिक में सभी को उनसे स्वर्ण की उम्मीद थी। पर पहली बाउट में चोट लग जाने से वह बाहर हो गईं। राष्ट्रमण्डल खेल में जाने से पहले ट्रेनिंग के दौरान उनके पेट में चोट लग गई थी। वह राष्ट्रमण्डल खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर लौटीं। जकार्ता एशियाई खेल में भी सेमीफाइनल में उनके चोट लग गई लेकिन उन्होंने इससे उबरते हुए स्वर्ण पदक जीता।