कई अध्ययनों में यह बात साबित हुई है कि सुबह का नाश्ता छोड़ना सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है। अक्सर यह काम कॉलेज स्टूडेंट या ऑफिस की हड़बड़ी में रहने वाले लोग करते रहते हैं। ऐसे तमाम लोगों के लिए यह खबर कुछ राहतभरी हो सकती है। एक अध्ययन में कहा गया है कि रोजाना सुबह नाश्ते में बादाम खाने से कोलेस्ट्रॉल और ग्लूकोज नियंत्रित रहते हैं। इसमें कहा गया है कि सुबह का नाश्ता छोड़ने वालों के लिए बादाम अच्छा विकल्प हो सकता है।
यूनीवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में हुए इस अध्ययन में कहा गया है कि अक्सर आजाद जिंदगी जीने के चक्कर में युवा अपने खानपान पर ध्यान नहीं देते हैं। इससे उनके शरीर में कई पोषक तत्वों की कमी होने लगती है। यूं भी आज की भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल में खानपान पर लोगों का ध्यान नहीं रहता है। इस अध्ययन में कहा गया है कि बादाम को नाश्ते का विकल्प तो नहीं माना जा सकता है, मगर सुबह कुछ बादाम आपके दिल की सेहत और ग्लूकोज का स्तर सामान्य रखने में काफी अहम रोल निभा सकते हैं। अमेरिकी हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक ब्रेकफास्ट करने से कार्डियोमेटाबोलिक से जुड़े खतरे कम होते हैं। इसमें ब्लड शुगर और इनसुलिन मेटाबॉलिज्म शामिल है।
कॉलेज छात्रों के बीच हुए अपनी तरह के इस पहले अध्ययन में में कहा गया है कि नाश्ता छोड़ने वालों के लिए बादाम अच्छा विकल्प हो सकते हैं। यह अध्ययन न्यूट्रिएंट्स जर्नल में छप चुका है। इसके प्रमुख शोधकर्ता रूडी ओर्टिज ने बताया कि शोध के दौरान छात्रों का गुड कोलेस्ट्रॉल लेवेल देखा गया। इसमें पता चला है कि ब्रेकफास्ट में बादाम खाने वाले छात्रों का एचडीएल स्तर बेहतर पाया गया। 8 हफ्तों तक चले अध्ययन में फर्स्ट ईयर के 73 स्वस्थ कॉलेज छात्रों को शामिल किया गया था। इसमें 41 लड़कियां और 32 लड़के थे।
एक समूह को रोजाना 56 ग्राम भूने हुए बादाम खाने को दिए गए, जिसमें तकरबीन 320 कैलोरी थी। दूसरे ग्रुप को 77.5 ग्राम ग्राहम्स क्रैकर्स दिए गए, जिसमें 338 कैलोरी थी। विशेषज्ञों ने देखा कि बादाम लेने वाले छात्रों के कई हेल्थ इंडिकेटर बेहतर पाए गए। इनका कोलेस्ट्रॉल स्तर कम हुआ था और ब्लड ग्लूकोज 13 फीसदी कम रहा।