पनवेल। महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री जिनेश कुमार जी ठाणे-2 के प्रथम बार खाग्धा कालोनी न्यू पनवेल में तुलसी सोसायटी में प्रमोद देवीलाल छाजेड़ के निवास स्थान पधारने पर श्रद्धालुओं द्वारा भावभीना स्वागत किया गया। इस अवसर पर अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के महामंत्री संदीप कोठारी अपनी टीम के साथ विशेष रूप से उपस्थित थे।
इस अवसर पर आयोजित धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनि जिनेश कुमार ने कहा – प्रमोद भावना का विकास बहुत जरूरी है। संतो का समागम ताप, उताप, संताप को दूर करने वाला होता है। संतों की संगति से आधि-व्याधि उपाधि नष्ट होती है और समाधि मिलती है। उन्होंने आगे कहा – साधक के लिए स्वप्रशंसा व परनिंदा जहर के समान है और स्वनिंदा व पर प्रशंसा अमृत के समान है। यथार्थ गुणों की प्रशंसा बहुत धर्म निर्जरा की जा सकती है। आज हम विहार करेत हुए प्रमोद छाजेड़ के घर आए हैं। यह भक्तिमान श्रावक हैं। सभी लोग सुदेव, सुगुरू और सुधर्म की आराधना करते हुए अपनी उन्नति करते रहे।
इस अवसर पर अभातेयुप के राष्ट्रीय महामंत्री संदीप कोठारी ने संतों के मुंबई आगमन पर स्वागत करते हुए युवाओं में जोश भरने की बात कही। सीपीएस प्रभारी महेश बाफना, सिरियारी संस्थान के कोषाध्यक्ष गौतम कोठारी, गौतम डांगी, शांतिलाल चोरडिया, पनवेल महिला मंडल सह संयोजिका सीमा बाबेल ने अपने विचार व्यक्त किए। दिनेश छाजेड़ ने संतों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन अभातेयुप के कार्यकारिणी सदस्य प्रमोद छाजेड़ ने किया। इस अवसर पर पनवेल आदि क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रावकगण उपस्थित थे।
प्रमोद भावना का विकास बहुत जरूरीः मुनि जिनेश कुमार
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