नई दिल्ली:बीते 48 घंटों में देश के विभिन्न हिस्सों में आए भारी तूफान और बारिश ने अपना विकराल रूप दिखाया और 64 लोगों को अपना ग्रास बना लिया। सबसे अधिक नुकसान राजस्थान और मध्य पद्रेश में हुआ। ज्यादातर मौत इन्हीं दो राज्यों में हुईं। आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को जहां राजस्थान में 25 लोगों की मौत हो गई तो वहीं मध्य पद्रेश में 21 गुजरात में 10 और महाराष्ट्र में 3 लोग तेज आंधी, बारिश और तूफान की भेंट चढ़ गए।
बारिश और कई जगहों पर ओलावृष्टि की वजह से कई राज्यों में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। मध्य प्रदेश के मंदसौर में अनाज बारिश में भीग गया और सड़क पर पड़ा रहा।
जबरदस्त तूफान की वजह से जहां लोग काल का ग्रास बन गए वहीं इस पर राजनीति भी शुरू हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में बारिश और तूफान में मारे गए लोगों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की और घायलों को 50-50 हजार रुपये के मुआवजे का भी ऐलान किया। लेकिन इस पर भी सियासत गरमा गई।
मोदी द्वारा पीड़ित किसानों को मुआवजा दिए जाने को लेकर एक ट्वीट के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रधानमंत्री पर मुआवजे में भेदभाव का आरोप जड़ दिया और सवाल किया कि मुआवजा सिर्फ गुजरात के लिए ही क्यों?
इसके बाद बीजेपी ने कमलनाथ को जवाब दिया और दावा किया कि PMO के पास गुजरात की रिपोर्ट ही पहले आई थी, उसी के आधार पर मुआवजा घोषित किया गया। करीब 2 घंटे बाद PM मोदी का एक दूसरा ट्वीट आया, जिसमें बाकी प्रभावित राज्यों के लिए मुआवजे का ऐलान था।
राहत कार्य संबंधी जानकारी के लिए वॉट्सऐप ग्रुप
बात करें नुकसान की, तो राजस्थान के जिन इलाकों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है उनमें जालौर, जैसलमेर, जोधपुर, पाली, कोटा, झालावर, बारन, दोसा और अलवर शामिल हैं। यहां अब तक मरने वालों की संख्या 25 हो चुकी है। राजस्थान के आपदा और राहत विभाग ने एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई। इसके बाद बारिश व आंधी-तूफान से प्रभावित क्षेत्रों के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टरों का एक वॉट्सऐप ग्रुप बनाया गया ताकि आपदा और राहत कार्य से संबंधित सभी अपडेट मिलते रहें। जयपुर में भी लोगों को खराब मौसम की मार झेलनी पड़ी। वहां करीब 6 फ्लाइट रद्द हो गईं।
बारिश-तूफान का कहर: राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात में 64 हुई मरने वालों की संख्या
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