बीजिंग: चीन में महिलाओं और पुरुषों के खासे अंतर के चलते चीनी युवाओं के बीच विदेशी दुल्हन की मांग बढ़ी है। इस कारण चीन और पाकिस्तान में गैरकानूनी मैरिज सेंंटरों और दलालों की संख्या में इजाफा हुआ है। ऐसे लोग पाकिस्तानी महिलाओं को न सिर्फ चीनी पुरुष से मिलवाते हैं बल्कि उनके परिवारों से झूठे वादे करके शादी भी करवाते हैं। चीन और पाक में ऐसे मामले सामने आने के बाद दोनों ही देशों की पुलिस ने ऐसे केंद्रों और दलालों की खोज तेज कर दी है।
पाकिस्तानी महिलाओं के चीनी पुरुषों से शादी करने के कई वीडियो मौजूद
मंगलवार को ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट प्रकाशित हुई। इसमें स्थानीय प्रशासन के द्वारा पूर्वी चीन में स्थित हेज, शेन्डॉन्ग के कुछ मैरिज सेंटरों को बंद करवाने का जिक्र था। पाकिस्तानी महिलाओं और चीनी पुरुषों की शादी के कई वीडियो पहले से मौजूद। कुछ की शूटिंग शेन्डॉन्ग में होने का दावा, जो चीन का चर्चित प्रदेश है।
बीते सप्ताह पाकिस्तानी न्यूज चैनल ने इस स्कैंडल का खुलासा किया। इसमें लाहौर के पूर्वी शहर में स्थित एक गैरकानूनी मैरिज सेंटर में कुछ चीनी पुरुष छह स्थानीय महिलाओं के साथ अलग-अलग कमरों में नजर आए। वॉइस ऑफ अमेरिका की रिपोर्ट के मुताबिक स्थानीय सहयोगियों के बारे में पता करने के लिए न्यूज चैनल सदस्यों ने दूसरे लोगों से भी बात की।
स्थानीय लोगों के मुताबिक ऐसे दलाल चीनी पुरुषों को पाकिस्तानी महिलाओं का तो उनके परिवारों को चीनी दामाद का प्रलोभन देते हैं। चीन-पाकिस्तान सिटीजनशिप कॉरिडोर प्रोजेक्ट के अंतर्गत दोनों देश 60 बिलियन डॉलर का निवेश करने वाले हैं। पिछले कुछ सालों में कई चीनी लोग पाकिस्तान में काम करने के लिए गए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक चीन लगातार इस मामले में पाकिस्तान की मदद कर रहा है ताकि गैरकानूनी मैरिज ब्रोकर्स को पकड़ा जा सके। पाकिस्तानी महिलाओं की तस्करी भी रोकी जा सके। हालांकि चीनी दूतावास की ओर से मानव तस्करी और मानव अंग के व्यापार के आरोपों को नकारा गया है।
चीनी दूतावास ने कहा, ”हम चीन और पाकिस्तान के लोगों को आगाह करते हैं कि ठगी का शिकार न हो। हम उम्मीद करते हैं कि जनता इस तरह के भ्रामक संदेशों पर भरोसा नहीं करेगी। चीन और पाकिस्तान दोस्ती को बनाए रखते हुए मिलकर काम करेंगे।”
मैरिज ब्रोकर ली के मुताबिक, लिंग अनुपात में अंतर के कारण चीनी लोग विदेशी दुल्हन चाहते हैं। उन्हें लोकल लेवल पर ढूंढना मुश्किल होता है।चीनी सेंट्रल केबिनेट ने जनवरी 2017 में बताया कि 2015 में 100 महिलाओं के मुकाबले 113.5 पुरुष मौजूद थे। 2020 तक यह आंकड़ा 112 हो जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक चीन में कई एजेंसियों ने यह स्वीकार किया है कि वे चीनी पुरुषों को पाकिस्तानी महिलाओं से मिलवाते हैं। मगर अब ऐसा करने वालों की संख्या बेहद कम हो गई है। इसका कारण कि वीजा मिलना बहुत मुश्किल होता है।
चीन में पाकिस्तानी लड़कियों की तस्करी
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