सुचेता भिड़े छापेकर, सलीम खान, हेलन एवं मधुर भंडारकर सहित कई हस्तियां होंगी सम्मानित
मुम्बई। हर साल प्रदान किये जाने वाले प्रतिष्ठित पुरस्कार ‘दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार’ की घोषणा सोमवार को की गई, जो मुम्बई के षणमुखानंद हॉल, सायन में 24 अप्रैल को आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता सीआरपीएफ के डायरेक्टर जनरल विजय कुमार करेंगे जबकि पुरस्कारों का वितरण राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के हाथों किया जाएगा। दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार की घोषणा उनके पैडर रोड स्थित निवास ‘प्रभु कुंज’ पर सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में की गई। सबसे खास बात यह है कि पुरस्कार में पुलवामा में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों के परिवारों के लिए 1 करोड़ रुपए स्वर कोकिला लता मंगेशकर की तरफ से प्रदान किया जाएगा, जो फौजियों के लिए बनाए गए विशेष कोष में दिया जाएगा। प्रेस कान्फ्रेंस में जानकारी दी गई कि पुरस्कार समारोह 6.15 से 7.30 बजे तक चलेगा और फिर 7.30 बजे से 7.45 के बीच छोटे से अंतराल के बाद 7.45 बजे से संगीतमय कार्यक्रम की शुरुआत होगी।
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जानकारी दी गयी कि मास्टर दीनानाथ मंगेशकर स्मृति प्रतिष्ठान इस बार भी संगीत, नाटक, कला और सामाजिक क्षेत्र की विभिन्न हस्तियों को सम्मानित करने जा रही है। जानकारी के अनुसार, इस साल संगीत और कला के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए कला एवं संगीत क्षेत्र की जानी-मानी शास्त्रीय नृत्यांगना सुचेता भिड़े छापेकर को दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार, सलीम खान को मास्टर दीनानाथ मंगेशकर लाइफटाइम अवार्ड (जीवन गौरव पुरस्कार) तथा निर्माता-निर्देशक मधुर भंडारकर को भारतीय सिनेमा में योगदान के लिए विशेष पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। इनके अलावा भारतीय सिनेमा में बहुमूल्य योगदान के लिए अपने जमाने की मशहूर अदाकारा हेलन को विशेष पुरस्कार से नवाजे जाने का निर्णय लिया गया है। साहित्य के क्षेत्र में वसंत वागाजी डहाके को वागविलासिनी पुरस्कार, भद्रकाली प्रोडक्शन के ‘सोयारे सकाळ’ नाटक को साल के श्रेष्ठ नाटक के तौर पर मोहन वाध पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसी तरह सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए तालयोगी आश्रम के पंडित सुरेश तलवलकर को आनंदमयी पुरस्कार से नवाजा जाएगा।
सीआरपीएफ के डायरेक्टर जनरल विजयकुमार को गृह मंत्रालय के अधीन भारत के जवानों के लिए सामाजिक कार्य में संलग्न संगठन ‘भारत के वीर’ के लिए सम्मानित किया जाएगा। प्रतिष्ठान ने इस बार ये पुरस्कार जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले में मारे गए 40 से अधिक सीआरपीएफ के शहीद जवानों को समर्पित करने का फैसला किया है। यही वजह है कि स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने अपने पिता मास्टर दीनानाथ मंगेशकर की याद में एक करोड़ रुपए अपने खाते से दान के तौर पर प्रदान करेंगी। घोषणा के समय हृदयनाथ मंगेशकर, ऊषा मंगेशकर के अलावा परिवार के अन्य सदस्य व पारिवारिक मित्र उपस्थित रहे।