लंदन:अमेरिका यूरोपीय संघ (ईयू) से मंगाई जाने वाली 11.2 अरब डॉलर की वस्तुओं पर नया शुल्क लगाने पर विचार कर रहा है। इन वस्तुओं में विमान हवाई जहाज से लेकर गाय के दूध के चीज और जैतून जैसी अनेक वस्तुएं हैं। अमेरिका ने यूरोपीय विमान निर्माता कंपनी एयरबस को यूरोपीय संघ की सब्सिडी के जवाब में यह कदम उठाया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यूरोपीय संघ वर्षों से व्यापार में अमेरिका का फायदा उठा रहा है।
उन्होंने ट्विटर पर एक संदेश में कहा, ‘विश्व व्यापार संगठन का निष्कर्ष है कि एयरबस को यूरोपीय संघ की ओर से दी जाने वाली सब्सिडी से अमेरिका पर असर पड़ा है। अमेरिका अब यूरोपीय संघ के 11 अरब डालर मूल्य के माल पर शुल्क लगाएगा।’ व्यापार में घाटे को कम करने के उपायों पर पिछले एक साल से अमेरिका और ईयू के बीच बातचीत जारी है। अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि के कार्यालय ने सोमवार को उन यूरोपीय संघ के उत्पादों की सूची जारी की है जिन पर कर लगाया जाएगा।
डब्ल्यूटीओ में की थी शिकायत
अमेरिका ने 2004 में विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में शिकायत की थी कि यूरोपीय संघ एयरबस को अनुचित समर्थन दे रहा है। डब्ल्यूटीओ व्यापार और विवाद निपटाने के लिए नियम तैयार करता है। डब्ल्यूटीओ ने पिछले साल मई में दिए अपने फैसले में कहा था कि यूरोपीय संघ ने एयरबस को कुछ अवैध सब्सिडी दी है, जिससे उसकी प्रतिद्वंद्वी कंपनी बोइंग को नुकसान हुआ है।
गर्मियों की बैठक में उपाय संभव
अमेरिका को उम्मीद है कि डब्ल्यूटीओ इस गर्मी में होने वाली बैठक में यूरोपीय संघ की सब्सिडी के प्रभाव को कम करने के लिए जबावी उपाय कर सकता है। अब वह उद्योग प्रतिनिधियों से बातचीत करेगा ताकि जिन ईयू उत्पादों पर कर लगाया जाना है उनकी सूची तैयार की जा सके। अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटहाइजर ने कहा , ‘यह मामला 14 साल से चल रहा है और इस पर कार्रवाई करने का समय है।’