नयी दिल्ली: इसे भारतीय फुटबाल टीम के हाल में अच्छे प्रदर्शन का असर कहा जा सकता है कि पुरूष टीम के मुख्य कोच पद के लिये 250 से अधिक आवेदन आये हैं जिनमें यूरोप के कुछ बड़े नाम भी शामिल हैं। यह पद स्टीफन कान्सटेनटाइन के त्यागपत्र देने से खाली पड़ा है। उन्होंने भारतीय टीम के एएफसी एशियाई कप के नाकआउट में जगह नहीं बना पाने के बाद पद छोड़ दिया था। अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) के सूत्रों ने हाल की अटकलबाजियों के विपरीत इसका खंडन किया वे किसी नामी कोच को ही यह पद सौंपने के बारे में नहीं सोच रहे हैं। हाल में एआईएफएफ महासचिव कुशाल दास ने भी कहा कि वे टीम की जरूरतों के हिसाब से कोच की नियुक्ति करेंगे। जिन लोगों ने आवेदन किया है उनमें इंडियन सुपर लीग और आई लीग टीमों के कोच भी शामिल हैं। एआईएफएफ सूत्रों ने कहा, ‘‘जिन भी बड़े नामों की चर्चा चल रही है उनका एआईएफएफ के मानदंडों को पूरा करना जरूरी है। अगले सप्ताह के शुरू में संबंधित समिति कुछ नामों को तय करेगी। इन उम्मीद्वारों का तकनीकी समिति साक्षात्कार करेगी और उसकी सिफारिश के आधार पर कार्यकारी समिति कोच की नियुक्ति करेगी।’’ जिन नामी लोगों के नाम पर चर्चा चल रही है उनमें इटली के जियावानी डि बियासी, स्वीडन के हाकेन एरिक्सन, फ्रांस के रेमंड डोमनेक और इंग्लैंड के सैम एलरडाइस भी शामिल हैं। कोच पद के लिये आवेदन की अंतिम तिथि 29 मार्च को थी। बेंगलुरू एफसी के कोच अल्बर्ट रोका को इस पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। राष्ट्रीय टीम के कई खिलाड़ी उनकी नियुक्ति के पक्ष में हैं।