पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के घर में महाभारत छिड़ा है। इसमें ‘कृष्ण’ तेज प्रताप व ‘अर्जुन’ तेजस्वी ही आमने-सामने दिख रहे हैं। यह लड़ाई अब घर से होते हुए पार्टी तक जा पहुंची है। तेज प्रताप के राजद में असंतोष गहरा गया है। अगर वे नहीं माने तो पार्टी बड़ी कार्रवाई भी कर सकती है। इस बीच तेज प्रताप ने एक राजद नेता के खिलाफ हत्या की धमकी देने के आरोप में एफआइआर दर्ज कराई है।
तेज प्रताप को मिली हत्या की धमकी
तेज प्रताप यादव ने बताया कि उनके निजी सचिव सृजन स्वराज के मोबाइल पर हत्या की धमकी दी गई है। धमकी देने वाले ने खुद को गोह का छात्र राजद अध्यक्ष बताया। इस संबंध में उन्होंने पटना के सचिवालय थाना में एफआइआर दर्ज करा दी है।
तेज प्रताप ने बनाया लालू-राबड़ी मोर्चा
विदित हो कि सोमवार को तेज प्रताप यादव ने लालू-राबड़ी मोर्चा के नाम से नया मोर्चा बना लिया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि राजद में उनकी बात नहीं सुनी जा रही थी, जिस वजह से उन्होंने राजद के भीतर नया मोर्चा बना लिया है। इससे राजद में तेज प्रताप के खिलाफ नाराजगी है। तेज प्रताप को मिली धमकी को इससे जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि, पार्टी ने इसपर अभी कुछ नहीं कहा है।
बेटे से बेहद खफा हैं लालू प्रसाद
इस बीच अपने पुत्र तेज प्रताप के रवैये से राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद भी खफा हैं। जिस अंदाज में तेज प्रताप ने राजद और अपने छोटे भाई तेजस्वी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, उससे लालू गुस्से में हैं। तेज प्रताप ने मंगलवार को लालू प्रसाद से संपर्क साधने की कोशिश भी की, पर मामला नहीं बना। यह भी चर्चा है कि लालू ने कह दिया है कि वे बात करना नहीं चाहते।
तेज प्रताप के रवैये से परिवार हतप्रभ
चुनावी जंग के बीच पारिवारिक महाभारत से जूझ रहा लालू परिवार तेज प्रताप के इस रवैये से हतप्रभ है। तेज प्रताप ने मंगलवार को भी एक जगह यह कहा कि वे तेजस्वी के नेतृत्व में चल रहे राजद को दो दिनों की मोहलत देते हैं। अगर दो दिनों के भीतर उनकी बात नहीं मानी गई तो वे कुछ भी करने को स्वतंत्र हैं।
इंजेक्शन लगा साफ कर रहे बैक्टीरिया
तेज प्रताप ने कहा है कि वे विद्राेह नहीं कर रहे, बल्कि कृष्ण की भूमिका में अपने अर्जुन तेजस्वी का भला कर रहे हैं। तेजस्वी के इर्द-गिर्द बैक्टीरिया भर गए हैं, जो पार्टी व परिवार को चाट रहे हैं। ऐसे बैक्टीरिया को खत्म करने के लिए ही उन्होंने अलग मोर्चा बनाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा और अन्य दलों से भागे लोग ही पार्टी को बिगाड़ रहे हैं। जब दांत सड़ जाता है तो इंजेक्शन दिया जाता है, ताकि उसमें से बैक्टीरिया निकल जाए। ऐसा ही हाल पार्टी में भी है। अब वे इंजेक्शन लगाकर बैक्टीरिया का सफाया करेंगे।
इस कारण उठाया बड़ा कदम
तेज प्रताप ने पहले जहानाबाद व शिवहर सीटों से अपने उम्मीवारों की मांग की। साथ ही सारण सीट से अपने ससुर चंद्रिका राय को टिकट देने का विरोध किया। लेकिन तेज प्रताप की बात को नहीं मानते हुए जहानाबाद से दूसरे उम्मीदवार की घोषणा कर दी गई। साथ ही सारण सीट चंद्रिका राय को ही दी गई। जबकि, तेज प्रताप ने अपनी पत्नी व चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या राय के खिलाफ तलाक का मुकदमा दायर किया है।
इससे भड़के तेज प्रताप ने लालू-राबड़ी मोर्चा बना जहानाबाद व शिवहर सहित चार सीटों पर अपने उम्मीदवार देने की घोषणा कर दी। साथ ही अपनी मां से सारण सीट से चुनाव लड़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि अगर उनकी मां सारण से चुनाव नहीं लड़तीं हैं तो वे खुद चुनाव लड़ेंगे।
क्या बगावत के मूड में हैं लालू के लाल?
सवाल यह कि क्या लालू के दोनों बेटों में नहीं बन रही? क्या तेज प्रताप परिवार व पार्टी में बगावत के मूड में हैं? दोनों सवालों के जवाब उनकी बातों में ही निहित हैं। तेज प्रताप स्पष्ट कहते हैं कि तेजस्वी के आसपास चापलूस लोग हैं,जो दोनों भाइयों को दूर करना चाहते हैं। ऐसे लोगों के कारण ही तेजस्वी उनकी बात नहीं मान रहे। तेज प्रताप ऐसे तत्वों का पार्टी से सफाया चाहते हैं। स्पष्ट है कि तेज प्रताप व तेजस्वी के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। तेज प्रताप परिवार व पार्टी के हित में अपने तरीके से काम करना चाहते हैं, लेकिन उनके तरीके से परिवार व पार्टी ही असहमत हैं।
तेजस्वी बोले: परिवार में सुलझा लेंगे मामला
इस मसले पर लालू परिवार फिलहाल मौन है। वैसे तेजस्वी से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह मामला पूरी तरह से परिवार का है। परिवार का मामला घर में बैठकर सलटा लेंगे। इसके पहले तेजस्वी ने कहा था कि अभी देश के सामने लोकतंत्र व संविधान बचाने के बड़े मसले हैं, न कि घरेलू बातों पर इस तरह चर्चा की।
रामचंद्र पूर्वे नहीं मानते अनुशासनहीनता
तेज प्रताप के मसले पर लालू-राबड़ी परिवार के करीबी भोला यादव ने कहा कि परिवार में किसी तरह का कोई विवाद नहीं है। सब कुछ ठीक है। रामचंद्र पूर्वे ने पार्टी में किसी तरह की अनुशासनहीनता को मानने से ही इनकार कर दिया।
भाई वीरेंद्र ने खुलकर जाहिर की नाराजगी
तो क्या राजद पूरी तरह से एकजुट है? क्या राजद में तेज प्रताप को लेकर कोई नाराजगी नहीं है? सूत्र बताते हैं कि तेज प्रताप से पार्टी का एक बड़ा तबका नाराज है। वे उनके खिलाफ कार्रवाई का दबाव बन रहे हैं। पार्टी के विधायक भाई वीरेंद्र ने तो तेज प्रताप पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि उनके नेता लालू यादव हैं और फिर तेजस्वी। तेज प्रातप का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि और कोई कुछ भी करे, इससे लेना देना नहीं है। जहां तक बात रही मोर्चा बनाने की तो लोकतंत्र में सबको कुछ भी करने का अधिकार है। मोर्चा बनाने दीजिए, सबको हैसियत का पता चल जाएगा।
जिद पर अड़े तेज प्रताप
इस बीच लालू परिवार के करीबी लोग इस समस्या को सुलझाने में लगे हैं। कोशिश यह है कि तेज प्रताप आगे कुछ बढ़ें इससे पहले ही उन्हें समझा दिया जाए। ऐसी चर्चा है कि राबड़ी देवी स्वयं इस मामले में हस्तक्षेप करेंगी। वे लगातार तेज प्रताप को समझाने में लगी हैं। दूसरी ओर तेज प्रताप की जिद है कि तेजस्वी यादव छोटे भाई हैं तो उन्हें बात माननी ही होगी।