मुंबई। विकास के नए नए आयामो को प्रगतिमान करते हुए मुम्बई ज्ञानशाला ने प्रशिक्षक बहनो की प्रतिभाओं को निखारने का एक और सराहनीय प्रयास किया इस क्रम में श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा मुंबई के तत्वावधान में मुंबई की आंचलिक संयोजिका श्रीमती सुमनजी चपलोत के निर्देशन में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में “महिलाओं का संस्कार निर्माण में योगदान” इस विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन ज्ञानशालाओ की प्रशिक्षिकाओ के लिए किया गया। जिसमें मुंबई से लगभग 30 प्रविष्टियां प्राप्त हुई।
प्रथम स्थान पर श्रीमती रेखा कच्छारा डोम्बिवली से, द्वितीय स्थान पर श्रीमती ममता चौपड़ा बोरीवली से एवं तृतीय स्थान पर श्रीमती संगीता अनिल बाफना नेरुल ने प्राप्त किया साथ ही चतुर्थ स्थान श्रीमती अंजू चौधरी काजुपाडा, श्रीमती कमला सिंयाल नेरुल, श्रीमती ममता ए. सिंघवी गौरेगाव ने प्राप्त किया ।सभी प्रतियोगियों ने बहुत ही सुंदर व प्रेरणादाई निबंध लिखे । निर्णायक के रूप में विभागीय सहसंयोजिका श्रीमती संजू दुग्गड़ रही। सहसंयोजिका श्रीमती अनिता परमार व विभागीय संयोजिका श्रीमती राजश्री कच्छारा ने सहयोगिता दी व बताया कि आनेवाली कार्यशाला में सभी विजेताओं को मुम्बई स्तर पर सम्मानित किया जाएगा यह जानकारी मीडिया विभाग से श्रीमती अनिता सिंयाल ने दी।
ज्ञानशाला मुंबई ने किया “महिलाओं का संस्कार निर्माण में योगदान” विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन
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