केरल बाढ़ से 21 हजार करोड़ का नुकसान

नई दिल्ली (ईएमएस)। केरल में बाढ़, बारिश और भूस्खलन से कुल 21,000 करोड़ का नुकसान हो चुका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को केरल के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद अहम बैठक की। केरल के लोगों की मदद के लिए राज्यों की ओर से भी मदद की घोषणाएं की गई हैं। एनडीआरएफ ने अब तक का सबसे बड़ा बचाव अभियान शुरू किया है। भारी बारिश वाले एर्नाकुलम जिले में 54,000 से ज्यादा लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। कोच्चि के पास श्री शंकराचार्य यूनिवर्सिटी कैंपस में एक इमारत में दो दिनों से फंसे 600 से ज्यादा छात्रों को शनिवार को निकाल लिया गया।
बाढ़-बारिश से बदहाल केरल के 3.53 लाख लोग 3026 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। 40,000 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें बर्बाद हो गई हैं। 1,000 से ज्यादा घर पूरी तरह से नष्ट हो गए जबकि 26,000 घरों को नुकसान पहुंचा है। अधिकारियों का कहना है कि 134 पुल, 16000 किमी PWD सड़कें, 82000 किमी लंबी स्थानीय सड़कें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं। कुल मिलाकर केरल बाढ़ में अब तक 21,000 करोड़ का नुकसान हो चुका है।
राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति ने जानकारी दी है कि बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को निकालकर राहत शिविरों में पहुंचाने और सामग्रियों के वितरण के लिए 67 हेलिकॉप्टरों, 24 एयरक्राफ्ट, 548 मोटरबोट्स के अलावा नेवी, आर्मी, एयरफोर्स, NDRF, कोस्ट गार्ड और अन्य केंद्रीय पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति के मुताबिक राज्य सरकार के अनुरोध पर 6,900 लाइफ जैकेट्स, 3,000 जीवन रक्षक पेटी, 167 टावर लाइट्स, 2100 रेनकोट्स, 1300 गमबूट्स और 153 चेन आरी उपलब्ध कराए गए हैं। कैबिनेट सचिव ने भारतीय वायु सेना, नेवी और ओएनजीसी द्वारा 5 और हेलिकॉप्टरों को भेजने के निर्देश दिए हैं। एजेंसी के मुताबिक अब तक विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों की ओर से 3 लाख खाने के पैकेट्स, 6 लाख मिलियन टन दूध, 14 लाख लीटर पीने का पानी, 150 पानी साफ करने के किट (प्रत्येक की क्षमता 1 लाख लीटर) उपलब्ध कराए गए हैं।
केरल बाढ़ पर सरकार की ओर से जानकारी दी गई है कि कोच्चि नौसेना हवाई पट्टी को सोमवार से वाणिज्यिक उड़ानों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। उधर, सभी मोबाइल ऑपरेटरों ने केरल में मुफ्त एसएमएस और डेटा सेवाओं की पेशकश की है।
100 सालों की सबसे भयानक बाढ़ की चपेट में आए केरल में हालात का जायजा लेने गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। प्रधानमंत्री ने प्रदेश के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण भी किया। .प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल का हवाई सर्वे करने के बाद राज्य को तत्काल प्रभाव से 500 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। जलप्रलय से जूझ रहे ‘भगवान के अपने देश’ केरल की मदद के लिए पूरा देश कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा हो गया है। संकट की इस घड़ी में भारतीय रेलवे भी केरल के नागरिकों की मदद के लिए आगे आ गया है। रेलवे ने विशेष ट्रेनों के जरिए 7 लाख लीटर पीने का पानी केरल के लिए रवाना किया है। केरल में बाढ़ राहत के लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की ओर से 15 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।

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