नई दिल्ली:भारतीय टेस्ट टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी को लेकर बड़ा बयान दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि धौनी ने अपनी कप्तानी केे दौरान उन्हें टीम से बाहर होने से कई बार बचाया। धौनी न होते तो वह टीम से बाहर हो गए होतेेे।
इशांत ने कहा ‘माही भाई ने मुझे कई बार टीम से बाहर होने से बचाया। उन्होंने मुझे बहुत सपोर्ट किया। हां, अब टीम का वरिष्ठ सदस्य होने के नाते विराट मेरे पास आता है और कहता है कि ‘मुझे पता है कि आप थके हुए हैं, लेकिन सीनियर होने के नाते आपको टीम के लिए यह करना होगा।’
इस तेज गेंदबाज ने कहा ‘पहले मैं केवल अच्छी गेंदबाजी करने की कोशिश करता थी, लेकिन अब मैं विकेट लेने की कोशिश करता हूं। केवल विकेट लेने से ही बदलाव आ सकता है।’ 2013 चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी के बावजूद इशांत को वनडे और टी-20 से बाहर कर दिया गया। कहा जाता है कि वह इस फॉरमेट के लायक नहीं है। इसे लेकर उन्होंने कहा कि आज के समय में अवधारणा की भूमिका बहुत बड़ी हो गई है।
सीमित ओवरों की टीम में जगह न मिलने पर इशांत ने कहा कि उन्होंने इसे लेकर किसी से लेकर बात नहीं की। इशांत ने कहा ‘सच कहूं तो मैंने किसी से भी इस बारे में बात नहीं की है, मैं मानता हूं यह मेरी कमी है। इस तेज गेंदबाज ने कहा कि उन्हें काउंटी में खेलने से गेंदबाजी में काफी सुधार आया। इशांत ने कहा ‘मुझे लगता है कि काउंटी क्रिकेट ने मेरी बहुत मदद की। यह बहुत थका देने वाला था। महज 16 दिनों में मैंने चार मैच खेले और 300 ओवर गेंदबाजी की। इससे मुझे बहुत कुछ हासिल हुआ।
टेस्ट क्रिकेट में एक ही कंपनी के गेंद इस्तेमाल करने के फैसले को इशांत ने सही बताया। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह अच्छी बात है, क्योंकि ड्यूक की गेंद में गेंदबाजों के लिए कुछ है। कूकाबुरा में गेंदबाजों के लिए ज्यादा कुछ नहीं है और मुझे लगता है कि इसी एक कारण से टेस्ट क्रिकेट में कमी आई है।’
‘अगर बल्लेबाज हर समय हावी रहते हैं तो इससे कोई फायदा नहीं होता है। मुझे लगता है कि ड्यूक बॉल के साथ समस्या यह है कि निर्माता उतनी गेंदें नहीं बना सकते, क्योंकि यह हाथ से बनाई जाती है। कूकाबुरा से आप ज्यादा कुछ नहीं कर सकते, लेकिन ड्यूक से आप कभी भी बल्लेबाज को परेशान कर सकते हैं।’
धौनी ने उन्हेेंं टीम से बाहर होने से बचाया:इशांत शर्मा
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