नई दिल्ली:UNSC में मसूद अजहर पर चीन के वीटो को लेकर भाजपा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। भाजपा की तरफ से कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मीडिया से बात की है। उन्होंनेे चीन से नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इस बार प्रस्ताव अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस लेकर आए और बाकी देशों ने समर्थन किया था। चीन के इस कदम से भारत और भारतवासी बहुत दुखी हैं।
राहुल के ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि मसूद अजहर को सबसे पहले वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के लिए पहली बार कोशिश 2009 में की गई थी। मेरा राहुल गांधी से पहला सवाल है, 2009 में UPA के कार्यकाल के दौरान भी चीन ने टेक्निकल अड़ंगा लगाया था, तब भी आपने ट्वीट किया था?
राहुल गांधी के ट्वीट से प्रतीत होता है कि जब भारत को पीड़ा होती है, आप बहुत खुश होते है। उनके ट्वीट जैश के दफ्तर में बड़े चाव से पढ़े जाएंगे। उनके ट्वीट पाकिस्तान में हेडलाइन होने चाहिए।
राहुल से अगला सवाल पूछते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के तो चीन से अच्छे संबंध हैं। डोकलाम मुद्दे पर वह चीनी दूत से मुलाकात करते हैं तो मसूद अजहर के मुद्दे पर वह अपने संबंधों का प्रयोग करके चीन को समझाते क्यों नहीं?
राहुल गांधी की विदेश नीति पर किए सवाल पर कहा, ‘मैं राहुल गांधी को बताना चाहता हूं कि ट्विटर से देश की विदेश नीति नहीं चलती। वो पुलवामा के मामले पर सिर्फ दो दिन सरकार के साथ रहे। अब वे एयर स्ट्राइक पर सवाल उठा रहे हैं और उनके नेता सबूत मांग रहे हैं।’