बीजिंग:चीन और पाकिस्तान संयुक्त रूप से बनाए गए लड़ाकू विमान जेएफ-17 को अपग्रेड करना शुरू कर दिया है। इसके मौजूदा वर्जन को हाल ही में नियंत्रण रेखा के पास भारतीय वायुसेना के खिलाफ मुकाबले में इस्तेमाल किया गया था।
चीन की सरकारी मीडिया ने वहां के नेता और चीन-पाकिस्तान के संयुक्त रूप से विकसित किए जा रहे लड़ाकू विमानों के चीफ डिजाइनर के हवाले से बताया है- “जेएफ-17 ब्लॉक्स 3 का उत्पादन और उसे विकसित किया जा रहा है।”
हाल में भारतीय वायुसेना के साथ मुकाबले में एफ-16 के साथ करीब दो दर्जन लड़ाकू विमानों का पाकिस्तानी वायुसेना ने इस्तेमाल किया था। ऐसा कहा जा रहा है कि उसका मौजूदा वर्जन भारत में स्वदेशी बनाए गए तेजस लड़ाकू विमानों के समतर है। यांग ने कहा कि उनका मकसद आधुनिक सूचना प्रौद्योगिकी के हिसाब से मारक क्षमता को बढ़ाना है।
चीन में चल रहे पार्लियामेंट सत्र से इतर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यांग की कही गई बातों का हवाला देते हुए ग्लोबल टाइम्स में कहा गया- “सभी संबंधित कार्य किए जा रहे हैं।” एविएशन इंडस्ट्री कॉर्पोरेशन ऑफ चीन की वेबसाइट के मुताबिक, जेएफ-17 या कहें कि एफसी-1 सिंगल इंजन वाला हल्का लड़ाकू विमान है जिसे निर्यात के लिए चीन और पाकिस्तान ने संयुक्त रूप से तैयार किया है।
यांग ने आगे बताया- “जेएफ-17 ब्लॉक 3 लड़ाकू विमान का उत्पदान और उसका अपग्रेडेशन एक साथ चल रहा है। उन्होंने कहा- जेएफ-17 का तीसरा ब्लॉक हथियार और नई सूचनातंत्र से लैस और अपग्रेड होगा।”
सैन्य विश्लेषक वेई डोग्जू का हवाला देते हुए यह कहा गया है कि जेएफ-17 को मुख्यतौर पर पाकिस्तान इस्तेमाल करता है, वह फौरन लड़कों और अन्य मंचों पर अपनी सूचनाओं को साझा कर सकता है भारत जैसे मजबूत विरोधियों के खिलाफ लड़ाई के दौरान इससे इस अपग्रेडेड वर्जन से फायदा ले सकता है।