हर साल 8 मार्च को यानि कल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। इस दिन विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के प्रति सम्मान, प्रशंसा और प्यार प्रकट करते हुए इस दिन को महिलाओं के आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक उपलब्धियों के उपलक्ष्य में उत्सव के तौर पर मनाया जाता है। भारत में महिलाओं को कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ता रहा है और किसी भी क्षेत्र में खुद को सफल और अपनी पहचान बनाना मुश्किल होता है। लेकिन इसके बाद भी कई भारतीय महिलाओं ने ना सिर्फ खुद सफलता प्राप्त की बल्कि देश में अन्य महिलाओं के लिए भी एक प्रेरणा बनी। आइए कुछ ऐसी ही भारतीय महिलाओं के बारे में जानते हैं जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सशक्त पहचान रखती हैं।
इंदिरा गांधी
इंदिरा गांधी न केवल भारतीय राजनीति पर छाई रहीं बल्कि विश्व राजनीति पर भी वे काफी प्रभावशाली रहीं। इंदिरा गांधी ने मात्र 12 साल की उम्र में देश की सेवा शुरू कर दी थी। इंदिरा गांधी को ‘लौह-महिला’ के नाम से संबोधित किया जाता है। ये भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री थीं।
अमृता प्रीतम
मैं चुप, शांत और अडोल खड़ी थी
सिर्फ पास बहते समुद्र में तूफान था
फिर समुद्र को खुदा जाने
क्या ख्याल आया..
उसने तूफान की एक पतली सी बांधी
मेरे हाथों में थमाई
और हंस कर कुछ दूर हो गया….
अमृता प्रीतम की यह पंक्तियां बहुत कुछ कहती हैं। अमृता सिर्फ एक महान लेखिका ही नहीं थीं, बल्कि उन्होंने स्त्री स्वतंत्रता और प्रगतिशील सोच को भी स्थापित किया। अमृता साहित्य अकेडमी अवॉर्ड पाने वाली पहली महिला थीं। उन्होंने कई नॉवेल्स लिखे हैं। वह एक शादीशुदा महिला थीं, लेकिन उन्होंने अपने जीवन में प्रेम को चुना। यह बात दीगर है कि उनका और साहिर का प्रेम मुकाम तक नहीं पहुंच पाया, लेकिन वह आजीवन साहिर से प्रेम करती रहीं। साहिर के लिए उन्होंने अनगिनत गीत लिखे।
मेरी कॉम
मेरी कॉम एक मशहूर भारतीय महिला बॉक्सर है। मेरी ने 2012 में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था और ब्रोंज मैडल हासिल किया था। पहली बार भारतीय बॉक्सर महिला यहां तक पहुंची थी इसके अलावा वे 5 बार वर्ल्ड चैम्पियनशिप जीत चुकी हैं। मेरी ने अपने बॉक्सिंग कॅरियर की शुरुआत 18 साल की उम्र में ही कर दी थी।
मीरा कुमार
मीरा कुमार पहली महिला लोकसभा स्पीकर हैं। मीरा कुमार साल 2017 में यूपीए की तरफ से राष्ट्रपति उम्मीदवार थीं। इस चुनाव में उनको 3,67,314 वोट मिले थे लेकिन फिर भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से हार गईं थी।
सायना नेहवाल
सायना नेहवाल भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। वर्तमान में वह दुनिया की सबसे अच्छी महिला बैडमिंटन खिलाड़ियों में से एक हैं तथा इस मुकाम तक पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला है। ओलंपिक्स खेलों में बैडमिंटन में मेडल जितने वाली वह पहली भारतीय है। सायना ने 2015 की BWF वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर जीता था और ऐसा करने वाली वह पहली महिला बनी थी।
प्रतिभा पाटिल
प्रतिभा देवी सिंह पाटिल भारत की बारहवीं और भारत की पहली महिला राष्ट्रपति हैं। राष्ट्रपति बनने से पहले वह वकील थीं। प्रतिभा पाटिल ने राजस्थान के पद पर काम किया है। इतना ही नहीं प्रतिभा पाटिल ने अपने 28 साल के राजनीतिक जीवन में शिक्षा उप मंत्री से सामाजिक कल्याण मंत्री, पर्यटन और आवास मंत्री और देश के कई मुख्य पदों पर भी काम किया है।
सानिया मिर्जा
सानिया अब तक की भारत की सबसे सफल और शीर्ष पर कायम रहने वाली पहली महिला टेनिस खिलाड़ी है। सानिया ने 6 साल की उम्र में टेनिस खेलना शुरू किया था। शुरुआत में सानिया अपने आप ही टेनिस खेला करती थीं।
अरुंधति रॉय
साल 1996 में पहली नॉवेल के लिए अरुंधति रॉय बुकर प्राइज से जीतने वाली पहली महिला भारतीय बनीं। नॉवेल का नाम था द गॉड ऑफ स्मॉल थिंग्स।
आशापूर्णा देवी
आशापूर्णा देवी एक प्रसिद्ध कवयित्री और उपन्यासकार थीं। इनका परिवार एक मध्यमवर्गीय परिवार था। आशापूर्णा ज्ञानपीठ पुरष्कार से सम्मानित की जाने वाली पहली महिला थीं। यह पुरष्कार साल 1976 में द फर्स्ट कमिटमेंट के लिए दिया गया था। आशापूर्णा ने मात्र 13 साल की उम्र में लिखना शुरू कर दिया था।
सरोजनी नायडू
सरोजनी नायडू एक महान कवयित्री और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थीं। सरोजनी जी पहली महिला थी जो इंडियन नेशनल कांग्रेस की अध्यक्ष और किसी प्रदेश की गवर्नर बनीं थीं। सरोजनी ज्यादातर अपनी कविताएं बच्चों पर लिखती थीं। भारत की महान महिलाओं की लिस्ट में सरोजनी नायडू का नाम सबसे पहले आता है।