नई दिल्ली:वायुसेना के पायलट विंग कमांडर से पाकिस्तान में खुफिया जानकारी निकलवाने की पूरी कोशिशें की गई थी। पूरे मामले के वाकिफ सीनियर आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों का पीछा करते हुए मिग-21 बिसन दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद अभिनंदन नियंत्रण रेखा के उस पार उतरे। जिसके बाद पाकिस्तान में शुरुआती 24 घंटे में अभिनंदन से पाकिस्तान जांचकर्ताओं ने भारतीय सेना की तैनाती, हाई सिक्युरिटी रेडियो फ्रिक्वेंसिज और अन्य संवेदनशील जानकारियां निकलवाने की पूरी कोशिशें की थी।
जैश-ए-मोहम्मद के बालाकोट स्थित आतंकी शिवर पर सीमा पार जाकर भारतीय वायुसेना के मिराज-2000 की तरफ से किए गए हवाई हमले के बाद 27 फरवरी के पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों ने राजौरी सेक्टर में भारतीय सेना के प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया। जिसकी जवाबी कार्रवाई करते हुए विंग कमांडर वर्धमान पाकिस्तानी सुरक्षाबलों की हिरासत में पकड़े गए।
वर्धमान के एक मार्च को वाघा बॉर्डर से भारत लौटने के बाद उनसे हुई पूछताछ के दौरान मौजूद रहनेवाले अधिकारी ने बताया कि वायुसेना के पायलट को सोने नहीं दिया गया, बंद रखा गया और यहां तक की हिरासत में उन्हें पीटा भी गया। आधिकारिक सूत्र ने बताया कि पाकिस्तान की हिरासत के दौरान वर्धमामन को कई घंटे तक खड़ा रखा गाय और उन्हें परेशान करने के लिए तेज गाने चलाए गए।
सूत्र ने बताया कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने वर्धमान ने खुफिया जानकारी जैसे भारतीय वायुसेना की तरफ से मैसेज भेजने के लिए इस्तेमाल फ्रीक्वेंसी, लड़ाकू विमानों की तैनाती और अन्य संवेदनशील जानकारियों को बारे में पूछताछ की गई।
सभी भारतीय वायुसेना के पायलट को यह सिखाया जाता है कि जितनी देर तक संभव हो पाए वह उसे न बताए ताकि पहले के 24 घंटे के अंदर ट्रांसमीटिंग फ्रिक्वेंसिज और वायुसेना की तैनाती में बदलाव किया जा सके और उसका सामने वाला कोई फायदा न उठा पाए। सूत्र ने बताया कि “विंग कमांडर अभिनंदन ने भी बिल्कुल वैसा ही किया।”