नई दिल्ली: भारत-पाक के बीच तनाव बढ़ने के बीच पाकिस्तान ने अफगानिस्तान से लगती अपनी सीमा से सैनिकों और सैन्य उपकरणों को जम्मू एवं कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के संवेदनशील सेक्टरों में तैनात कर दिया है। भारतीय सेना ने बुधवार को पाकिस्तान को नियंत्रण रेखा पर नागरिकों को निशाना बनाए जाने के खिलाफ चेतावनी दी है। भारतीय सेना ने कहा है कि इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
इससे दुनिया को दिखाने के लिए पाक के दोमुंहे रुख का पता चलता है। एक तरफ पाकिस्तान भारत से शांति की अपील कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ नियंत्रण रेखा पर भारी संख्या में सैनिकों और हथियार को जमा कर रहा है। नियंत्रण रेखा पर पिछले 11 दिनों से भारी गोलीबारी कर रहा है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भारत की ओर से यह चेतावनी तब जारी की गई है जब पाकिस्तान ने नौशेरा सेक्टर में 155 एमएम आर्टिलरी गन से भारी गोलाबारी की है। भारतीय सेना ने बोफोर्स तोप से इसका जोरदार जवाब दिया है। सूत्रों के मुताबिक, भारत और पाकिस्तान सेना के दो शीर्ष अधिकारियों ने मंगलवार को हॉटलाइन पर बातचीत की। इस दौरान भारत की ओर से पाकिस्तान सेना से कहा गया कि वह एलओसी के निकट नागरिकों को निशाना बनाकर फायरिंग न करे।
पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए बुधवार को सेना ने बयान जारी कर कहा, ‘हमारी ओर से नागरिकों को टारगेट न करने की चेतावनी देने के बाद स्थिति नियंत्रण में है।’ सेना के बयान के मुताबिक, पाकिस्तान ने बुधवार को बिना किसी के उकसावे के कृष्णा घाटी और सुंदरबनी इलाकों में भारी फायरिंग शुरू कर दी। सेना ने कहा, ‘पाकिस्तान की ओर से फायरिंग का भारत ने भी करारा जवाब दिया। पाकिस्तान की फायरिंग में भारत के किसी नुकसान की कोई खबर नहीं है।’
पाकिस्तानी सेना पिछले 11 दिन से लगातार नियंत्रण रेखा पर भारतीय क्षेत्र को निशाना बनाकर गोलाबारी कर रही है। बुधवार को भी पाक सेना ने राजौरी जिले के कलाल, मिनका, महादेव व पुंछ जिले के मनकोट, देगवार व कृष्णा घाटी सेक्टर में रुक-रुक कर गोलाबारी जारी रखी। पिछले 11 दिन में सीमा पर पाक गोलाबारी में चार लोगों की मौत और सेना के मेजर सहित छह लोग घायल हो चुके हैं।
एयर स्ट्राइक के बाद पाक ने 53 बार किया संघर्ष विराम का उल्लंघन
भारत-पाक में बने तनातनी के माहौल में सीमा पार से पुंछ और राजौरी जिलों की सीमाओं पर लगातार गोलाबारी की जा रही है। पाक की ओर से गोलाबारी आम नागरिकों में दहशत का माहौल बरकरार है। दहशत का कारण यह है कि पाक अक्सर एक दो दिन के लिए गोलाबारी बंद करता है और फिर गोलाबारी शुरू कर देता है।
कुछ दिन पहले पाक सेना ने नौशहरा के झंगड़ सेक्टर में गोलाबारी की थी। इस गोलाबारी में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई थी और सेना के दो जवान और चार ग्रामीण घायल हुए थे। 50 से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा था, जबकि 50 से अधिक सीमांत गांव प्रभावित हुए हैं।
बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा आत्मघाती हमले के बाद भारतीय वायु सेना ने पाक सीमा में दाखिल होकर एयर स्ट्राइक की थी। इसके बाद से पाक लगातार सीमा पर गोलाबारी कर रहा है। एयर स्ट्राइक के बाद पाक सेना ने 53 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है।
नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तान ने भारी संख्या में सैनिकों और हथियार को किया जमा
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