लखनऊ: उत्तरप्रदेश में सभी दलों के चुने गए नेताओं की संपत्ति कई गुना बढ़ी है। बसपा विधायक मुख्तार अंसारी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की संपत्ति सबसे ज्यादा बढ़ी है। यह बात एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और यूपी इलेक्शन वॉच की शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में सामने आई। इसमें कहा गया है कि भाजपा, बसपा, सपा और कांग्रेस के निर्वाचित सदस्यों में से 21% से 42% का आपराधिक रिकॉर्ड है।
रिपोर्ट के अनुसार 2004 से 2017 के बीच उत्तरप्रदेश के सांसदों और विधायकों की संपत्ति में औसत इजाफा करीब छह करोड़ रुपए का हुआ, जबकि 31 निर्दलीय और अन्य विधायकों की संपत्ति में औसतन 7.74 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई। बसपा विधायक विधायक मुख्तार अंसारी की संपत्ति 2007 में 82.19 लाख रुपए से कुछ ज्यादा थी, जाे 2017 में बढ़कर 21.88 कराेड़ रुपए से ज्यादा हाे गई।
किसकी कितनी बढ़ी संपत्ति
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 2004 के लोकसभा चुनाव में 55.38 लाख रुपए की संपत्ति घोषित की थी। 2014 में यह बढ़कर 9.40 कराेड़ रुपए से ज्यादा हाे गई। 10 साल में उनकी संपत्ति 8.84 कराेड़ रुपए बढ़ी, जाे 17 गुना ज्यादा है। रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी की संपत्ति में 8.43 कराेड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई। सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की संपत्ति 2004 में 1.15 कराेड़ रुपए से 14 गुना बढ़कर 2014 में 15.96 कराेड़ रुपए से ज्यादा हाे गई। भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी की संपत्ति 10 साल में बढ़कर 37 करोड़ रुपए से ज्यादा हाे गई।
1443 नेताओं के खिलाफ आपराधिक केस
रिपोर्ट के अनुसार 2014 में लोकसभा चुनाव से लेकर 2017 में हुए उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के बीच राज्य में कुल 19,971 प्रत्याशियों में से 1443 ने चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में बताया है कि उनके खिलाफ आपराधिक मामले हैं। इन प्रत्याशियों में से करीब 23 फीसदी यानी 328 ने बताया कि उनके खिलाफ संगीन मामलों में केस दर्ज है।