नई दिल्ली: बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर को जेल के हॉस्पिटल से बैरक में वापस भेज दिया गया है। बैरक में उसे हाई सिक्योरिटी में रखा जाएगा। दरअसल 8 अगस्त को ब्रजेश ठाकुर की विशेष पॉक्सो कोर्ट में पेशी हुई थी। वहां उसने कहा था कि उसकी जान को खतरा है। उसने अनुरोध किया था कि जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की जाए। इन्हीं सब बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए उसे उच्च सुरक्षा वाले बैरक में भेजा गया है।
हंसते हुए पुलिस के साथ जेल जाने वाले ब्रजेश ठाकुर को जेल के अस्पताल में शिफ्ट किया गया था। बता दें कि ब्रजेश ठाकुर 2 जून को गिरफ़्तार किया गया था। गिरफ्तार होने के बाद 9 जून से 27 जून तक वह मुजफ्फरपुर के श्री कृष्ण सिंह मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसकेएमसीएच) के कैदी वार्ड में भर्ती था। जिसके बाद उसे जेल अस्पताल में शिफ्ट किया गया था।
ब्रजेश ठाकुर मुजफ्फरपुर की जेल में बंद है। 11 अगस्त को इसी जेल में छापा मारा गया। छापे में ब्रजेश ठाकुर सेल के अंदर नहीं मिला है बल्कि उस जगह मिला जो मुलाकातियों के लिए रिजर्व रहती है। ब्रजेश ठाकुर के पास से एक लिस्ट मिली है। इस लिस्ट में 40 फोन नंबर हैं। लिस्ट में एक नाम के आगे मंत्री जी भी लिखा मिला। सभी की जांच जारी है। गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर शेल्टर हाउस कांड को लेकर विपक्ष नीतीश कुमार पर निशाना साध रहा है। विपक्ष के तेवर से साफ है कि वह आगे भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरता रहेगा। इस मामले में मंजू वर्मा ने समाज कल्याण मंत्री पद से इस्तीफा दे चुकी हैं। दरअसल इस मामले में उनके पति पर भी आरोप है। ब्रजेश ठाकुर ने स्वीकार किया कि उसकी बात मंजू वर्मा के पति से होती थी। ब्रजेश ठाकुर के इस बयान के कुछ घंटों के भीतर मंजू वर्मा ने इस्तीफा दे दिया था।
मुजफ्फरपुर के बालिका गृह में जांच में 34 लड़कियों के साथ बलात्कार की बात सामने आई थी। सिर्फ इतना ही नहीं बालिका गृह की एक लड़की ने आरोप लगाया था कि एक बच्ची के विरोध करने पर उसे मार कर कैंपस में ही दफना दिया गया था। इस मामले में 31 मई को ब्रजेश ठाकुर सहित 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
हाई सिक्योरिटी बैरक में भेजा गया मुजफ्फरपुर बालिका गृहकांड का मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर
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