नई दिल्ली:सीमा पर तनाव के बीच जम्मू-कश्मीर में आतंकियों, कट्टरपंथियों और अलगाववादियों के खिलाफ अलग-अलग स्तरों पर व्यापक कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही सुरक्षाबलों को आतंकियों के समर्थकों पर भी कार्रवाई तेज करने के निर्देश मिले हैं।
सुरक्षा एजेंसी से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि हम आतंकियों को ढेर करने का अभियान चलाते रहेंगे। अब इनका सहयोग करने वालों पर भी कार्रवाई तेज होगी। एनआईए को पता चला है कि सऊदी अरब और पाकिस्तान से हवाला के जरिए लगातार घाटी में पैसा भेजा जा रहा है। मस्जिदों व मदरसों के लिए करोड़ों रुपये भेजे गए हैं। एक दिन पहले प्रतिबंधित किए गए जमात ए इस्लामी को कट्टरपंथ का प्रसार करने और आतंकियों को समर्थन देने की जिम्मेदारी दी गई थी। इससे जुड़े लोगों के खातों की जांच चल रही है।
हर तरह के स्रोत पर लगाम
गृह मंत्रालय ने सुरक्षा बलों से लोगों को भटकाने वाले, अलगाव या फिर आतंक के पक्षकारों की पूरी जांच करके उनके वैचारिक, आर्थिक व अतंकी स्रोत पर लगाम लगाने क आदेश दिए हैं। इसके साथ ही घाटी में मदरसों व मस्जिदों में भी जहर उगलकर युवाओं को बरगलाने वालों पर शिकंजा कसा जाएगा।
सीमा पार संपर्क
पुलवामा हमले की जांच कर रही एनआईए को पुख्ता सबूत मिले हैं कि कई अलगाववादी नेताओं के पाक से संबंध हैं। इसी तरह कट्टरपंथी तत्वों का भी सीमा पार संपर्क के पुख्ता सबूत मिले हैं। एनआईए इन सभी के खिलाफ अपनी जांच आगे बढ़ा रही है। सूत्रों ने कहा कि कट्टरपंथी हवाला के जरिए धन एकत्र करके मस्जिदों व मदरसों में लगा रहे हैं। युवाओं को वहाबी विचारधारा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।