दिनेश चक्रवर्ती/सुरभि सलोनी।।
फिल्मः टोटल धमाल, निर्देशकः इंद्र कुमार, स्टारः 2.5
कलाकारः अनिल कपूर, माधुरी दीक्षित, अजय देवगन, जॉनी लीवर, जावेद जाफरी, अरशद वारसी, रितेश देशमुख, बोमन इरानी, संजय मिश्रा
धमाल सिरीज की लेटेस्ट फिल्म ‘टोटल धमाल’ आज यानि शुक्रवार (22 फरवरी) को रिलीज हो गई। मल्टी स्टारर इंद्र कुमार के निर्देशन में बनी यह फिल्म धमाल सिरीज की पिछली फिल्मों जैसी दर्शकों से ठहाका लगवाने में खास कामयाब तो नहीं हुई लेकिन कुछ जगह पर हंसा जरूर है। फिल्म में पुराने जोक्स के काफी रिपीटेशन होने से भी लोग फिल्म देखते वक्त खुलकर हंस नहीं पाए। हालांकि कुछेक सीन्स में ठहाके लगे लेकिन कुछ तो मिसिंग सा लगा, जिससे जो उम्मीदें फिल्म से थीं, वह पूरी नहीं हो पाईं। ऐसा लगता है कि इतने सारे स्टार की भीड़ में किसी को कुछ खास करने का स्पेश ही नहीं मिल पाया, या डायरेक्टर इंद्रकुमार इन मंजे हुए कलाकारों से इस बार एक्टिंग कराने से चूक गए।
कहानीः पुलिस कमिश्नर बोमन इरानी के पास 50 करोड़ का काला धन है, जिसे वह होटल में छिपाते हैं लेकिन गुड्डू (अजय देवगन) और जॉनी (संजय मिश्रा) वहां अचानक टपक पड़ते हैं। वे उन पैसों को कमिश्नर से झटक तो लेते हैं लेकिन लेकर जा नहीं पाते हैं क्योंकि वह पैसा जानवरों के ट्रेनर पिंटू (मनोज पाहवा) के हाथ लग जाता है जो वह ले जाकर चिड़ियाघर में छुपा देता है। इस बीच भागने के चक्कर में हेलीकाप्टर में जाकर बैठता है जो दुर्घनाग्रस्त हो जाता है। उसी दौरान उसकी मौत है जाती है लेकिन मौत से पहले पैसों के बारे में लल्लन (रितेश देशमुख), उसके साथी, आदी (अरशद वारसी), मानव (जावेद जाफरी), अविनाश (अनिल कपूर) और बिंदू (माधुरी दीक्षित) को बताता है, लेकिन इसी बीच गुड्डू और जॉनी वहां पहुंच जाते हैं और पैसों के बारे में उन्हें भी पता चल जाता है। लेकिन बंटवारे को लेकर बात बिगड़ती है जिसमें इस पर बात सहमति बनती है कि जो पहले हासिल करेगा, पैसा उसका होगा। और सभी पैसों की खोज में निकल पड़ते हैं। उनके चिड़िया जाने के रास्ते में कुछ धमाकों और घटनाओं के बीच दर्शकों को हंसाने की कोशिश जरूर करते हैं। जैसाकि फिल्म में चिड़ियाघर के जानवरों का भी जिक्र हुआ है, जिसे जानने के लिए आपको थिएटर जाना पड़ेगा। मजा तो आएगा लेकिन उम्मीद से काफी कम।
एक्टिंगः एक्टिंग को लेकर किसी के बारे में कुछ नहीं कह सकते हैं क्योंकि फिल्म में सभी बड़े कलाकार हैं और उन्होंने अक्सर खुद को साबित किया है। लेकिन सवाल यह है कि जब करने के लिए कुछ हो ही नहीं, तो बड़े से बड़ा कलाकार अपनी प्रतिभा दिखाने में नाकाम रहता है। फिल्म में जॉनी लीवर भी हैं लेकिन वह भी कुछ खास नहीं कर पाए।
गीत/संगीतः वह तो सभी सुनते रहे हैं, लेकिन ऐसा प्रभावी नहीं बन पाए हैं कि आप थिएटर से गुनगुनाते हुए निकलें।
(सुरभि सलोनी ऑनलाइन की तरफ से 2.5 स्टार)
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