भारतीय संस्कृति में तप का विशेष महत्व हैः मुनि जिनेश कुमार
दापोली(कोंकण)। महापतस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री जिनेश कुमार ठाणा-2 के सानिध्य में स्थानीय आराधना भवन में पंचरंगी तप व सामूहिक प्रत्याख्यान समारोह एवं स्वस्तिकाकर सजोड़े भक्ताम्बर जप अनुष्ठान कार्यक्रम संयुक्त रूप में आयोजित हुआ।इस अवसर पर धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनि जिनेश कुमारजी ने कहा भारतीय संस्कृति में तप का बहुत बड़ा महत्व है।जिसका मनोबल,धृतिबल मजबूत होता है वही तपस्या कर सकता है।तप से चेतना का उर्जारोहण होता है। तप से सकर्म कर्म प्रंकपित होते है।तप से व्यक्ति आदि,व्याधी,उपाधि से मुक्त होकर समाधि को प्राप्त होता है।तप करना,कराना ओर अनुमोदन करना तीनो ही धर्म है।दापोली में पहली बार पचरंगी तप सम्पन्न होने जा रहा है।श्रावक-श्राविकाओं का उत्साह प्रशंसनीय है।सभी तपस्वी साधुवाद के पात्र है।मुनि श्री जिनेश कुमार जी ने भक्ताम्बर जप अनुष्ठान के बारे में विचार व्यक्त करते हुए कहा- भगवान ऋषभ की स्तुति में आचार्य मानतुंग द्वारा रचा गया भक्ताम्बर स्रोत चमत्कारी एवं महाप्रभावशाली स्रोत है।भक्ताम्बर स्रोत भक्तिरस का छल कता हुआ निर्झर है।प्रत्येक वयक्ति को प्रतिदिन भक्ताम्बर का पाठ करना चाहिए।मुनि श्री ने सभी तपस्वियों की तपस्या को मव्याखान करते हुए तपस्वियों के नाम युक्त स्वचरित गीत का संगान किया।इस अवसर पर मुनि श्री परमानंद ने तप कर्म निर्जरा का मुख्य साधन बताते हुए सभी तपस्वीयों के प्रति मंगलकामना व्यक्त की और भक्ताम्बर जप का अध्ययन करवाया।इस अवसर पर तेरापंथी सभा के अध्य्क्ष दिलीप जैन व संघ के ट्रस्टी हंसमुख जी बम्बकी ने तप अनुष्ठान में विचार व्यक्त किये।
पचरंगी तप में पंचोले तप का प्रत्याख्यान किशोरमंडल, राजु बोहरा,मनीष मुथा, अल्पा मांडोत,शिल्पा बम्बकी,नेहा पोखरना,मंजू देशरला, शिला बोहरा ने किए।चोले के तप का प्रत्याख्यान राकेश दक, ज्योति बम्बकी, आकाश मांडोत ने,तेले के तप का प्रत्याख्यान गुलासब जैन, चंदा श्रीमाल,संगीता मांडोत ने बेले के तप का प्रत्याख्यान, आ रही कोठारी, पानी श्रीमाल, दिनेश बम्बकी, हरीश मुबोत, ख़ुशी पोखरना, वरदीचंद जैन, मुकेश बोहरा, प्रकाश मांडोत ने व उपवास के तप का प्रत्याख्यान हंसमुख जी बम्बकी, अरुणा बम्बकी, प्रेमलता बोहरा, धर्मचंद देसरला, दिलीप श्रीमाल, संपत बोहरा, यश देशरला, महेंद्र देसरला, माही बोहरा, आस्था पटवा, संतोषी देसरला, टीनू बोहरा, कनक मांडोत, पलक बोहरा, निशिता बम्बकी आदि ने किया।पचरंगी में महड से दिलीप संकलेचा, काजल संकलेचा, संतोष देरसरिया, स्वेड से रंजना श्रीमाल, दामोल से बबिता गन्ना ने भी तप कर अपनी सहभागिता दर्ज करवाई कार्यक्रम को सफल बनाने में कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा।