वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशेष विमान से आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे हैं। यहां उनका प्रवास करीब छह घंटा का रहेगा। इस दौरान वह अपने संसदीय क्षेत्र को 3300 करोड़ की सौगात देंगे।
प्रधानमंत्री ने संत रविदास मंदिर में दर्शन पूजन किया।वाराणसी में दूसरा अवसर है जब संत रविदास जयंती के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी वाराणसी में हैं। इससे पहले मोदी वर्ष 2016 में संत रविदास जयंती पर आए थे। प्रधानमंत्री का इस बार का दौरा भी कई मायने में खास होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संत रविदास मंदिर प्रांगण में सीर गोवर्धन में छोटी सभा में रैदासियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि परम पूज्य संत रविदास जी को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन। सद्भाव, समानता और सामाजिक सशक्तिकरण के लिए उन्होंने जो अनमोल एवं अमिट संदेश दिया, वह हमें सदा प्रेरित करता रहेगा। उन्होंने कहा कि जब तक भेदभाव रहेगा, हम एक दूसरे से नहीं जुड़ पाएंगे, समाज में समता नहीं आएगी।
पीएम मोदी ने कहा कि श्री गुरु रविदास जयंती के अवसर पर आप सभी और अनुयायियों समेत हर देश वासियों को बहुत बहुत बधाई देता हूं। मुझे प्रसन्नता है कि उनके आशिर्वाद से अपना वादा निभाने फिर आया हूं। 2016 में आज की मुझे मत्था टेकने और लंगर छकने का मौका मिला था तभी यहां के विकास की बात कही थी। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में सरकार बनी तो मैने उनसे डीपीआर की बात कही। जिसकी मांग आप दशकों से कर रहे थे जिसकी आवश्यकता महसूस हो रही थी। सरकारें आती रहीं मगर आशा पूरी नहीं हुई। उसे पूरा करने की ओर आज शुभ शुरुआत हुई है। पहले चरण में 50 करोड से विस्तारी करण और सुंदरीकरण की गई। बीएचयू से सड़क को सजाया संवारा जाएगा। यहां पर 12 किमी का एक और रास्ता बनेगा। गुरु की कांसे की प्रतिमा और कम्यूनिटी हाल बनेगा। परियोजना पूरी होने के बाद आने वाले लाखों लोगों को सारी सुविधा एक जगह मिलेगी। संत की जन्म स्थली करोडों लोगों के लिए आस्था का विषय है।
उन्होंने कहा कि आप के प्रतिनिधि के लिए सौभाग्य का पल है। देश के सामाजिक जीवन को दिशा देने और प्रेरित करने वालों की भूमि है। संत के दर्शन से सही जीवन जीने का सरल तरीके से रास्ता दिखाता है। ज्ञानी जनों ने ऐसे भारत की कल्पना की थी जहां बिना भेद भाव सबकी आवश्यकताओं का ध्यान रखा जाए। केंद्र सरकार ने पूरी भावना से इसे जमीन पर उतारने का प्रयास किया है। सबका साथ सबका विकास के साथ सबको साथ लेकर चलने का प्रयास किया है। अबसे कुछ देर बाद बनारस में दो कैंसर अस्पताल सहित कई योजनाएं लोकार्पण करने जा रहा हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि जीवन आसान बनाने वाली अनेक परियोजनाएं आज से शुरू हो रही हैं। इनका लाभ समाज के हर वर्ग को मिलेगा। सरकार का हर कदम पूज्य गुरु रविदास की भावना के अनुकूल है। सभी की आर्थिक और पारिवारिक स्थिति सुधारने के लिए सरकार पहल कर रही है। अब किसान को छह हजार की सीधी मदद की जाएगी। ऐसी अनेक योजनाएं हैं जो समाज के उस वर्ग को उपर उठाने के लिए है जो वंचित थे। न कोई जात न कोई वर्ग न संप्रदाय। इससे उपर सभी को इन योजनाओं का लाभ मिले। मुझे भरोसा है कि मिल रहा है। संत यही चाहते थे। समाज में भेद न हो। उन्होंने कहा था जाति जाति में जाति है। जाति केले के पत्तों की तरह है। जातियों में भी जातियां हैं। ऐसे में जब तक जाति के नाम पर भेदभाव होगा। तब तक एक दूसरे से नहीं जुड पाएंगे। समरसता एकता नहीं आएगी। गुरु के दिखाए रास्ते पर हम चलते तो आज का भारत जातियों के नाम पर अत्याचार से मुक्त होता। मगर दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो सका। नया भारत इस स्थिति को बदलेगा। डिजिटल युवा सामाजिक बदलाव का हिस्सा बन रहे हैं। हमें उन लोगों के स्वार्थ को पहचानना होगा जो राजनीतिक स्वार्थ के लिए जात पात को उभारते हैं। एक और बुराई की ओर गुरु ने ध्यान दिलाया है। बेइमानी दूसरी बुराई है। दूसरे का हक मारना गलत है। सच्चा श्रम ही ईश्वर का रूप होता है। ईमानदारी की कमाई से सुख शांति मिलती है। साढे चार वर्षों में इसे ढालने का प्रयास सरकार ने किया है।
नोटबंदी, बेनामी संपत्ति, काले धन पर वार किया गया है। भारत में यह चलता है इस तरह की मानसिकता थी। बेइमानी के लिए भ्रष्ट आचरण के लिए कोई स्थान नहीं। जो अपने श्रम से आगे बढना चाहता है सरकार उसके साथ खडी मिलेगी। हाल में आपने देखा होगा जो ईमानदारी से कर देते हैं ऐसे करोडों मध्यम वर्ग के साथियों को पांच लाख की आय तक कर मुक्त कर दिया गया है। ईमानदारी का सम्मान किया जा रहा है। हम सभी भाग्यशाली हैं जिनकों संतों का मार्ग दर्शन मिला है। गुरुओं का ज्ञान महान परंपरा पीढिय़ों को रास्ता दिखाती रहे इसका प्रयास हो रहा है। मगहर, सारनाथ में पवित्र स्थानों को समृद्ध किया जा रहा है। गुरुनानक देव की स्मृतियों को भी संरक्षित किया जा रहा है। सबको सम्मान मिले इसके लिए सरकार समर्पित है। हमारी धरोहर शक्ति और प्रेरणा है। आप सभी को जयंती की बहुत बहुत शुभकामनाएं। गुरु के चरणों में नमन और वाणी को विराम देता हूं।
काशी का भौतिक विकास हुआ
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने काशी की सांस्कृतिक के साथ ही साथ आध्यात्मिक विरासत को संरक्षित करने का कार्य किया है। काशी के भौतिक विकास के लिए अनेक कार्यक्रम शुरु किये गए हैं। देश की आजादी के बाद बिना भेद-भाव के देश के अंदर प्रत्येक तबके को विकसित करने कार्य पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संभव हुआ है।
योजना मायावती के शासनकाल में बनी थी लेकिन मूर्त रूप नहीं ले पाई। यह योजना भी अब भाजपा सरकार में ही पूरी होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संत रविदास का दर्शन-पूजन किया। इसके बाद मंदिर परिसर में उन्होंने राज्यपाल राम नाईक व सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ संत शिरोमणि का दर्शन किया। दर्शन करने के बाद सत्संग पंडाल के मंच पर विराजमान हो गए। यहां पर वह रैदासियों को संबोधित करने के साथ सीर पर्यटन विकास योजना का शिलान्यास करेंगे। मंच पर उनके साथ प्रदेश की पर्यटन मंत्री डॉ. रीता बहुगुणा जोशी के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्रनाथ पाण्डेय भी हैं।