नई दिल्ली। केरल में बाढ़ के कहर को लेकर मुख्यमंत्री पिनरई विजयन का बयान आया है। उन्होंने कहा है कि राहत व बचाव कार्यों में सभी अधिकारी शामिल हैं। बारिश अगले चार दिनों तक जारी रहेगी और हमें सावधान रहने की जरूरत है। मुख्मयंत्री ने आगे कहा कि सभी पड़ोसी राज्य हमारी मदद कर रहे हैं और भविष्य में भी हमें उनकी मदद चाहिए होगी।
उन्होंने आगे कहा कि यह पहली बार ऐसा हो जा रहा है। तकरीबन सभी बांध खुल चुके हैं। ज्यादातर जल उपचार संयंत्र बर्बाद हो चुके हैं। मोटर्स खराब हो चुकी है। हमारी प्राथमिकता आम लोगों को पीने का पानी पहुंचाना है।
बता दें कि केरल में भारी बारिश और बाढ़ के चलते जहां 30 से ज्यादा बांधे का फाटक खोल दिया गया है तो वहीं दूसरी तरफ वहां के 14 में से 12 राज्यों में अलर्ट जारी करने के बाद शनिवार तक के लिए कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है।
एयरपोर्ट के रनवे पर पानी भर गया है। इससे पहले बुधवार सुबह दोपहर दो बजे तक सभी फ्लाइट्स को रद्द कर दिया गया। कई विमानों तिरुवनंतपुरम और कोझिकोड की ओर डायवर्ट कर दिया गया है। यह पहली बार है जब कोच्चि एयरपोर्ट को चार दिनों के लिए बंद किया गया है।
एयरपोर्ट के प्रवक्ता ने बुधवार को कहा ‘विमानों की आवाजाही को रनवे पर पानी पहुंचने की वजह से रोक दिया गया है। कोच्चि आने वाले ज्यादातर विमानों को तिरुवनंतपुरम और कोझिकोड की ओर डायवर्ट कर दिया गया है।’ कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पेरियर नदी के पास स्थित है।
इसी नदी में ज्यादातर बांधों से पानी आता है जिस वजह पानी का स्तर बढ़ गया। इसके अलावा डैम से अतिरिक्त पानी छोड़ने के लिए मंगलवार रात इदामलायर, इडुक्की और मुलपेरियार बांधों के शटर खोले गए। अभी तक राज्य में कुल 33 बांधों के दरवाजे खोले जा चुके हैं।
केरल में बाढ़ की भयावह स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने सेना और एनडीआरएफ के और जवानों की मांग की है। राज्य के 14 जिलों में से 12 जिलों में इस समय रेड अलर्ट घोषित है। इसके अलावा बाढ़ के कारण राज्य में ट्रेन सेवा भी बुरी तरह प्रभावित हुई है।
कई पुलों व सड़कों को भी नुकसाना पहुंचा है। तिरुवनंतपुरम से कन्याकुमारी तक की रेल सेवा को भी बंद कर दिया गया है। आधिकारिक आंकाड़ों की मानें केरल में बाढ़, भूस्खलन की वजह से अभी तक 40 लोगों की मौत हो चुकी है।
8316 करोड़ का नुकसान
राज्य सरकार ने गृहमंत्री को एक ज्ञापन देकर राष्ट्रीय आपदा सहायता कोष (एनडीआरएफ) से तत्काल 1220 करोड़ रुपये की मदद मांगी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राथमिक आकलन के मुताबिक, राज्य में वर्षा, बाढ़ और भू-स्खलन से 8316 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। राहत शिविरों में लोगों का अंधकारमय भविष्य : राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं में हजारों घर ढह गए हैं, हजारों परिवारों के जीवन भर की जमा-पूंजी और महत्वपूर्ण दस्तावेज बह गए हैं और लोग बेबस स्थिति में राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं।