नई दिल्ली:मौसम विभाग के मुताबिक राजधानी दिल्ली में दो सालों बाद इस तरह की बारिश देखने को मिली है। इस वर्ष अभी तक तीन दिन बरसात दर्ज की जा चुकी है। जबकि, वर्ष 2017 व 2018 में फरवरी का महीना बरसात के मामले में सूखा ही साबित हुआ था। हालांकि, उससे पहले वर्ष 2016 में चार दिन बरसात वाले रहे थे।
दिल्ली के ज्यादातर हिस्से पर गुरुवार के दिन बादल मेहरबान रहे। खासतौर पर सुबह के समय गरज-चमक के साथ अच्छी बरसात हुई। इस दौरान कुछ जगहों पर ओले भी गिरे। मौसम विभाग का अनुमान है कि आज भी हल्की फुहारें पड़ सकती हैं। दिल्ली के ज्यादातर हिस्सों में गुरुवार की सुबह गरज-चमक के साथ अच्छी बरसात दर्ज की गई। दिल्ली के आयानगर क्षेत्र में सबसे ज्यादा बरसात हुई। जबकि, आयानगर और नरेला जैसे क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ थोड़े ओले भी गिरे। मौसम विभाग का अनुमान है कि राजधानी में हल्की बूंदाबांदी का माहौल अभी बना रह सकता है। शुक्रवार की सुबह भी कुछ जगहों पर फुहारें पड़ सकती हैं। जबकि, मंगलवार के बाद फिर से बादलों के छाने और कहीं-कहीं बरसात होने का अनुमान है।
प्रदूषण से राहत दिलाएंगी तेज हवाएं
राजधानी में गुरुवार को हुई बरसात प्रदूषण से खास राहत नहीं दिला सकी है। वातावरण में नमी की मात्रा बढ़ने और हवा की रफ्तार कम होने के चलते प्रदूषक कणों का बिखराव उतना तेज नहीं हो सका है, जितने तेज होने की उम्मीदें जताई जा रही थीं। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक गुरुवार को औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 340 के अंक पर रहा। इस स्तर की हवा को बेहद खराब श्रेणी में रखा जाता है। वहीं, मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि रविवार और सोमवार को दिन के समय तेज गति से हवाएं चल सकती हैं। इससे हवा में घुले-मिले प्रदूषक कण साफ होंगे और लोगों को साफ-सुथरी हवा मिलेगी।