नई दिल्ली। भारत की स्टार टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने बताया कि उन्हें असल मायने में कब आजादी मिली। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सानिया मिर्जा ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो मेसेज शेयर किया है। इस वीडियो में सानिया तिरंगे के रंग में लिपटी हुई नजर आ रही हैं। सानिया ने अपने इस वीडियो संदेश में कहा, ‘लड़की होने के नाते मुझे लोगों की नकारात्मकता सोच का सामना करना पड़ता था। पुरुषवादी मानसिकता रखने वाले लोग सोचते हैं कि लड़कियां खेलों में बेहतर नहीं कर सकतीं या उन्हें लड़की होने के कारण खेलना नहीं चाहिए।’
टेनिस कोर्ट पर पहला पॉइंट हासिल करने के बाद मैंने असल में खुद को आजाद महसूस किया
उन्होंने आगे कहा, ‘ऐसे लोग मुझे भी टोकते थे और नकारात्मक बातें करते थे। बताते थे कि मुझे कैसे कपड़े पहनने चाहिए और कैसे नहीं। कहते थे कि अगर शरीर ढंक कर नहीं रहोगी तो काली हो जाओगी। टेनिस नहीं खेलना चाहिए। ऐसे में मैंने जब अपने देश भारत के लिए टेनिस में पहली ?बार जीत हासिल की तब मुझे लगा मैं असल में आजाद हुई हूं। तब मुझे अपने आजाद होने का एहसास हुआ। मैं उन सभी नकारात्मक लोगों को बताना चाहती हूं कि मेरी सफलता और असफलता उनकी सोच पर निर्भर नहीं करती। मैंने टेनिस कोर्ट पर जब भारत की ओर से खेलते हुए अपना पहला पॉइंट स्कोर किया था उसी दिन मैं असल में आजाद हुइ थी।’