मुंबई। तेरापंथ धर्मसंघ के 11वें अधिशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण ने अपना सन 2023 का चातुर्मास मुंबई में फरमाया है। गुरुदेव ने यह घोषणा कोयंबटूर में चल रहे मर्यादा महोत्सव के दौरान की। आचार्य श्री के इस घोषणा की खबर मिलते ही मुंबई में रह रहे तेरापंथ धर्मसंघ के श्रावक-श्राविकाओं एवं पदाधिकारियों में खुशी की लहर दौड़ गई। सभी अपने-अपने तरीके से गुरुदेव के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार, कोयंबटूर में विराजित आचार्य श्री महाश्रमण मंगलवार, 12 फरवरी को आने वाले वर्षों में होने वाले चातुर्मास, मर्यादा महोत्सव, अक्षय तृतीया एवं वर्धमान महोत्सव की घोषणाएं की। गुरुदेव ने इस मौके पर फरमाया कि सन 2021 का मर्यादा महोत्सव रायपुर छत्तीसगढ़ में होगा जबकि 2022 का चातुर्मास छापर तथा 2023 का चातुर्मास मुंबई में करेंगे। इसी तरह सन सन 2022 का मर्यादा महोत्सव बीदासर में, 2023 का मर्यादा महोत्सव – बायतु, 2021 की अक्षय तृतीया इंदौर, 2022 की अक्षय तृतीया सरदार शहर, 2023 की अक्षय तृतीया सूरत में साथ ही 2023 में 21 दिन का प्रवास अहमदाबाद में करने का भाव है। जबकि 2020 का वर्धमान महोत्सव : गदग में तथा बैंगलोर चातुर्मास प्रवेश 12 जुलाई प्रातः 8.31 होने की घोषणा गुरुदेव ने की है।
सोमवार को ही आचार्य श्री के सम्मुख मुम्बई तेरापंथी सभा अध्यक्ष नरेंद्र तांतेड़ के नेतृत्व में सभा के सभी पदाधिकारियों के साथ-साथ सम्पूर्ण तेरापंथ समाज चातुर्मास हेतु निवेदन करने पहुंचा था। उस समय गुरुदेव ने मुम्बई सभा और मुम्बई तेरापंथ समाज को आश्वासन देते हुए कहा था कि संपर्क बनाए रखें।
मंगलवार, 12 फरवरी को मर्यादा महोत्सव के दौरान आचार्य श्री के मुखारबिंद से हुई इस घोषणा ने सम्पूर्ण मुम्बई तेरापंथ समाज में मानो एक नई ऊर्जा का संचार कर दिया हो। श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा मुम्बई के अध्यक्ष नरेंद्र तातेड़ और मंत्री विजय पटवारी ने कहा कि हमारा सबसे बड़ा सौभाग्य है कि हमारे कार्यकाल में गुरुदेव ने मुम्बई समाज पर महत्ती कृपा कर सम्पूर्ण समाज की अरज पर मुहर लगाइ है। सम्पूर्ण समाज के साथ मिलकर गुरुदेव के आगमन की तैयारी करेंगे।
तुलसी महाप्रज्ञ फाउंडेशन अध्यक्ष सुरेंद्र कोठारी ने कहा कि मुंबई तेरापंथ समाज के लिए 2023 एक स्वर्णिम वर्ष होगा। गुरुदेव के प्रति जितनी कृतज्ञता की जय वो कम होगा। सम्पूर्ण समाज की झोली आज गुरुदेव ने खुशियों से भर दी हैं। सिरियारी संस्थान अध्यक्ष ख्यालीलाल तांतेड़, मंत्री निर्मल श्री श्रीमाल और कोषाध्यक्ष गौतम कोठारी ने कहा कि सम्पूर्ण समाज के लिए एक सुनहरा अवसर प्रदान किया है गुरुदेव ने जितनी कृतज्ञता गुरुदेव के प्रति प्रगट की जाय कम हैं।
रमेश धाकड़ ने कहा कि आचार्य श्री तुलसी जी का मुम्बई में 1964 में चातुर्मास पेरणादायी रहा था, उसके बाद आचार्य श्री महाश्रमण जी ने अपना चातुर्मास 2023 में फ़रमाया है। हमें उम्मीद है कि समाज में एक अलग सी ऊर्जा का संचार होगा। सम्पूर्ण समाज को एक मंच पर आकर गुरुदेव के इस चातुर्मास को सफलतम चातुर्मास बनाना होगा।
तमाम संस्थाओं में अग्रणी भूमिका निभा चुके सीए सलिल लोढ़ा ने गुरुदेव की घोषणा का अभिनंदन कुछ पंक्तियों के माध्यम से की जो इस प्रकार हैं –
कब से पलक पावड़े बिछा कर बैठे है, गुरुवर आपकी प्रतीक्षा में।
अब पूरी हुई है मंशा हमारी, सबसे बड़ी खुश खबरी दी है आपने हमें।।
मन असीम प्रसनता से ओतप्रोत हैं। प्रभु हमारी धरा पर पधारने वाले हैं।
2023 का चार्तुमास करने। बधाई सभी मुम्बई वासियो को।।
अभातेयुप राष्ट्रीय महामंत्री संदीप कोठारी सम्पूर्ण समाज को अब एकजुट होकर गुरुदेव के चातुर्मास को सफलतम चातुर्मास कैसे बनाया जाए, इस ओर अब अग्रसर होने की जरूरत है। गुरुदेव के सम्मुख जो हमने अपने भाव रखे थे उन भावों को गुरुदेव ने महत्ती कृपा करते हुए स्वीकार्य की है। पूर्व अभातेयुप राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भलावत ने कहा कि समाज के हर वर्ग की जो दिली इच्छा थी कि गुरुदेव के पावन पग मुम्बई की धरा पर पड़ें, वो आज गुरुदेव ने महत्ती कृपा करते हुए पूर्ण की है।
मुम्बई अणुव्रत समिति अध्यक्ष रमेश चौधरी, मंत्री चेतन कोठारी, और कोषाध्यक्ष रमेश सोनी ने कहा कि हम सभी अपने आप को शौभाग्यशाली मानते है कि गुरुदेव ने महत्ती कृपा कर मुम्बई को चातुर्मास फ़रमाया है।
पूर्व सभा अध्यक्ष सुनील कच्छारा और पूर्व मंत्री नरेंद्र बांठिया ने कहा कि मुंबई समाज के लिए सबसे बड़े हर्ष का दिन आज है। पिछले कई सालों से जिस प्रयास में पूरा समाज लगा हुआ था उसमें सफलता हासिल हुई है।
पूर्व सभा अध्यक्ष भंवरलाल कर्णावट ने कहा कि मैं इस एतिहासिक क्षण का साक्षी बना और गुरुदेव ने छप्पर फाड़कर मुम्बई के तेरापंथ समाज को दिया है। हम पिछले कई सालों से मेहनत कर रहे थे। उसमें आज मर्यादा महोत्सव के पावन अवसर पर सफलता मिली है।
मुंबई सभा के उपाध्यक्ष गणपत डागलिया ने गुरुदेव की मुंबई में चातुर्मास की घोषणा पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए ऐतिहासिक बताया और कहा कि गुरुदेव ने जो यह महती कृपा की है, उसके लिए हम संपूर्ण मुंबईवासी गुरुदेव के प्रति कृतज्ञ हैं। यह चातुर्मास ऐतिहासिक होगा, इसमें कोई दो राय नहीं है।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष बाबूलाल बाफना ने कहा कि पूरा मुम्बई तेरापंथ समाज पूज्यवर की घोषणा से अल्हादित है और धन्यता का अनुभव कर रहा है। यह चातुर्मास सम्पूर्ण मुम्बई के लिए प्रेरणादाई एवं ऐतिहासिक होगा।
सभा वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनोद बोहरा, नवरत्न गन्ना, बाबुलाल समदरिया, सभा उपाध्यक्ष भगवती पटवारी ने कहा कि हमें अपार खुशी हुई है 2023 का चातुर्मास मुम्बई को गुरुदेव ने फरमाया है। हम सभी मिलकर इस चातुर्मास को एतिहासिक चातुर्मास बनाएंगे।
मूलचंद लोढ़ा ने कहा कि मुंबईवासियों के लिए एतिहासिक दिन हैं, अविस्मरणीय पल, मुंबई सभा के अध्यक्ष नरेंद्रजी एवं सम्पूर्ण श्रावक समाज को बधाई एवं गुरुदेव के प्रति हार्दिक कृतज्ञता।
घोषणा पर मुंबई के वरिष्ठ जनों ने खुशी व्यक्त की है। महासभा के पूर्व अध्यक्ष किशनलाल डागलिया, ताराचंद बांठिया, विजय संचेती, अर्जुन चौधरी, मनोहर गोखरू, रमेश बडाला, अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल राष्ट्रीय अध्यक्षा कुमुद कच्छारा, मुम्बई महिला मंडल अध्यक्षा जयश्री बडाला, मंत्री श्वेता सुराणा, सभा उपाध्यक्ष सुरेश राठौड़, हस्तीमल डांगी, महेंद्र तातेड़, चंद्रप्रकाश बोहरा, मुम्बई टीपीएफ अध्यक्ष दीपक डागलिया, सलिल लोढ़ा, बलवंत चोरड़िया, टीपीएफ राष्ट्रीय सह मंत्री मनीष कोठारी, महासभा से महावीर कोठारी, राजेन्द्र मुणोत, गणपत डागलिया, देवेंद्र डागलिया, राजकुमार चपलोत, राजू मेहता, अभातेयुप से भूपेश कोठारी, जगदीश परमार, डोम्बिवली तेयुप अध्यक्ष ललित सिंघवी, भांडुप सभा मंत्री देवेंद्र कोठारी, मुलुंड सभा मंत्री दीपक सिंघवी, प्रसन्न पामेचा, सुनील मेहता, अमृत बाफना, घाटकोपर तेयुप अध्यक्ष लोकेश डांगी एवं टीम, नितेश धाकड़ आदि ने गुरुदेव की इस घोषणा पर हर्ष व्यक्त करते हुए पूरे समाज से मर्यादा महोत्सव को ऐतिहासिक बनाने की अपील की है।