लाहौर:पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड अध्यक्ष एहसान मनि ने इस बात से इंकार किया कि प्रधानमंत्री इमरान खान क्रिकेट मामलों में हस्तक्षेप कर रहे हैं। पाकिस्तान ने इमरान की अगुवाई में ही 1992 में विश्व कप जीता था।
एहसान मनि ने लाहौर में कहा, ”वह कतई हस्तक्षेप नहीं करते। लेकिन उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वह पाकिस्तान में क्रिकेट व्यवस्था को राजनीति से मुक्त चाहते हैं और आंतरिक ढांचा संख्या के बजाय गुणवत्ता पर आधारित होना चाहिए।”
इमरान ने पीसीबी का संरक्षक होने की हैसियत से पिछले साल नजम सेठी के त्यागपत्र के बाद मनि को अध्यक्ष नामित किया था। वहीं, पीसीबी के नए प्रबंध निदेशक वसीम खान ने कहा कि पाकिस्तान को अपने खेल का स्तर इतना ऊंचा करना होगा कि इस खेल के सुपरपावर भारत को उसके खिलाफ खेलने के लिए मजबूर होना पड़े।
भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट टीमों ने रिश्तों में कड़वाहट के कारण 2007 के बाद द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली है। वसीम खान ने लाहौर में कहा, ”मुझे लगता है जब पाकिस्तान शीर्ष स्तर की टीम बन जाएगी तब ऐसी स्थिति हो सकती है कि भारत हमसे सीरीज खेलने के लिए कहे।”
द्विपक्षीय सीरीज नहीं होने के कारण दोनों टीमें आईसीसी और एशियाई क्रिकेट परिषद के आयोजित सीरीज में खेलती है। एहसान मनि ने पिछले साल अगस्त में पीसीबी का अध्यक्ष बनने के बाद कहा था कि बोर्ड भारत से खेलने की भीख नहीं मांगेगा।
मनि ने भी वसीम खान की बातों का समर्थन करते हुए कहा कि पीसीबी को अपने स्तर में काफी सुधार कर शीर्ष तीन टीमों में शामिल होना होगा तब भारत खुद ही हमारे खिलाफ खेलना चाहेगा।