कोलकाता: ब्रिटेन के दक्षिण एशिया में ट्रेड कमिश्नर क्रिसपिन साइमन ने कहा है कि ब्रेक्जिट के बाद भारत और ब्रिटेन के कारोबारी रिश्तों पर कोई प्रतिकूल असर पड़ने की आशंका नहीं है। साइमन ने कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय कारोबार 25 अरब डॉलर का है। भारत अहम कारोबारी भागीदार है। ब्रेक्जिट के बाद कारोबार पर कोई असर नहीं पड़ेगा। द्विपक्षीय कारोबार 17 फीसद की वार्षिक दर से बढ़ रहा है। इसकी रफ्तार काफी अच्छी बनी हुई है।
इस समय व्यापार संतुलन ब्रिटेन के पक्ष में है, लेकिन नए कारोबारी समझौते से सकारात्मक असर पड़ेगा। दोनों देशों के बीच टेक्नोलॉजी, फाइनेंस, रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में काफी कारोबार होता है। ब्रिटेन ग्रीन फाइनेंस सुलभ करा रहा है। साइमन ने कहा कि भारत में इसकी मांग लगातार बढ़ रही है। भारत ने ब्रिटेन से 13 अरब डॉलर का आयात किया जबकि 12 अरब डॉलर का निर्यात किया।
ब्रिटेन की विकास दर छह साल में सबसे धीमी
ब्रेक्जिट के चलते अनिश्चितता और सुस्त ग्लोबल विकास दर के कारण पिछले साल की आखिरी तिमाही में ब्रिटेन की विकास दर पिछले छह महीने में सबसे धीमी रही और उत्पादन लगभग स्थिर रहा। ब्रिटेन के सरकारी आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2018 की आखिरी तिमाही में विकास दर सिर्फ 0.2 फीसद रही। पिछले साल सकल घरेलू उत्पादन (जीडीपी) की विकास दर 1.4 फीसद रही जबकि वर्ष 2017 में विकास दर 1.8 फीसद रही थी।